Book Title: Kailas Shrutasagar Granthsuchi Vol 1 Author(s): Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba Publisher: Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatinh.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyan mandir -: मंगल कामना :आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर, कोबा (गुजरात) के हस्तप्रत. संग्रह का "कैलास श्रुतसागर सूचीपत्र" प्रकाशित होने जा रहा है, यह प्रसन्नता का विषय है. वर्षों की महेनत आज सफल होने जा रही है. आज तक जितने भी सूचिपत्र देखने में आए हैं, उनसे अलग प्रकार की विशेषता इसमें देखने को मिलेगी. विद्वानों के लिए यह ज्ञान के दर्पण जैसा काम करेगा. __ पूज्य परमोपकारी आचार्य भगवंत श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी के शुभाशीर्वाद से देश का यह सबसे समृद्ध जैन ज्ञानमंदिर बना है, जो प्राचीन परंपरानुसार अपनी प्रणाली को कायम रखते हुए भी आधुनिक साधन एवं सुविधाओं से संपन्न है. पूज्य साधु-साध्वीजी म. सा. एवं शोधकर्ताओं तथा विद्वानों को पूर्ण सहयोग प्रदान करने में यह ज्ञानमंदिर हमेशा तत्पर रहता है. इस सूचिपत्र में हस्तप्रतों के विवरण आदि कष्टसाध्य कार्य को तैयार करने में अन्य मुनियों के साथ-साथ मुनिराज श्री निर्वाणसागरजी एवं मुनिराज श्री अजयसागरजी म.सा. का श्रेष्ठ योगदान रहा है. अत्यधिक श्रम लेकर उन्होंने इस कार्य को सफल बनाने में अपूर्व सम्यक् श्रुतज्ञान की भक्ति की है. साथ ही विद्वान पंडितों ने भी कार्य में अपेक्षाकृत अधिक सहयोग प्रदान किया है. मुनिवरों, विद्वान् पंडितों, कम्प्यूटर प्रोग्रामरों, अन्य सहयोगियों एवं व्यवस्थापकों को मैं अपनी ओर से धन्यवाद देता हूँ उनके कार्य की अनुमोदना करता हूँ. मुझे आशा है कि इस सूचिपत्र का विद्वान एवं शोधकर्तागण सुंदर उपयोग कर अपनी ज्ञानोपासना में अभिवृद्धि करेंगे. पभसागरसरि. हि०१४--२.३ For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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