Book Title: Jivan No Arunoday Part 3 Author(s): Devendrasagar, Mangalsagar, Nirmalsagar Publisher: Shantilal Mohanlal Shah View full book textPage 3
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir DDHISTOMACREDMID Om now. | চরটার্নিচাড়া [विश्ववन्ध चरमतीर्थपत्ति परमात्मा श्रीमहाचीरदेचको प्रति पूर्ण समर्पण द्वारा जीवनका तसर्जा. अहत लब्धि निधान श्री गौतमस्वामिजीका गुरुभक्ति रूप परम बड्मान और श्री धनानी एवं श्री शालिभदजी का _परमच्याग आपके जीवनमें प्राप्त हो तथा जूतहत वर्षका जचमंगलप्रभात आप सब के लिये नई स्फूर्ति-हाई दिशा एवं जीवन की सम्यग् जागृत्ति प्रदान करहांवाला बां और आजसे डी जीवा के तूतन प्रारंभ होनेवाले अध्याय में परमात्माभक्तिपरोपकारवृत्ति और सदाचारवर्तत को ड अंकित करें यही आप सब के प्रति मेरी . ॐ शुभ-मंगलकामनार चालकेश्वर बम्बई-६ पसरवरि, 00000 For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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