Book Title: Jainpad Sagar 01 Author(s): Pannalal Baklival Publisher: Bharatiya Jain Siddhant Prakashini Sanstha View full book textPage 5
________________ श्रीपरमात्मने नमः। "धोभूपाला. संघी मौसीखान मास्टर जैनपदसागर प्रथमभाग . प्रथम पदनद। . जिसको . पन्नालाल बाकलीवालने संपादन किया । .. . और 21 P' भारतीय जैनसिद्धांतप्रकाशिनी संस्था कलकत्ताने में . . . अपने जैनसिद्धांतप्रकाशक (पवित्र) प्रेसमें छपाकर । . . प्रकाशित किया। प्रथमबार ] धीरसंवत् २४५६ [. न्यो० एक रुपया । MMUNREMIRACTETTISTESOURPage Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 213