Book Title: Jain Tirth Parichayika Author(s): Shreechand Surana Publisher: Diwakar Prakashan View full book textPage 7
________________ अनुक्रमणिका ঙ্গি 1-8 E तिम 9-24 पंजाब, हिमाचल प्रदेश एवं जम्म काश्मीर दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश बिहार पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा 25-31 33-36 मध्य प्रदेश 37-50 राजस्थान 51-110 वषय नीय; उन्हें र्थ से ६ की समय गुजरात 111-144 महाराष्ट्र 145-154 कनार्टक 155-162 बताने गाना तमिलनाडु 163-172 आन्ध्र प्रदेश 173-176 ___ नोट : परिचायिका में तीर्थों को जिले के अनुसार रखा गया है तथा जिलों को अंग्रेजी के वर्णक्रम के अनुसार लगाया गया है। अतः तीर्थों को उनके नामानुसार क्रमवार देखें। कारी कलीं। ' और म्बन्ध आदि प्रायः ।। इस प्रयत्न श का साथ ही ना रही | बहुत [ लोढ़ा v Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only Wiiw.jainelibary.orgPage Navigation
1 ... 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 ... 218