Book Title: Jain Siddhant Pravesh Ratnamala 06 Author(s): Digambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun Publisher: Digambar Jain Mumukshu Mandal View full book textPage 5
________________ जैन सिद्धान्त प्रवेश रत्नमाला छठे भाग की विषय सूची विषय - ५ - ० ० MP प्रकरण पहला लेखक की भूमिका गोम्मटसार-पीठिका (१० टोडरमलजी कृती १ वीतराग विज्ञान मोक्षमार्ग प्रकाशक के आठ मगलाचरण का स्पष्टीकरण २ द्रव्य गुणो का स्वतन्त्र परिणमन ३ जैनधर्म के विषयो मे शास्त्रो के प्रमाण ४ अज्ञान की व्याख्या ४ निश्चय सम्यक्त्व क्या है ? ६ तत्व विचार की महिमा ७ मिथ्यात्व ही आस्रव है और सम्यक्त्व ही सवर निर्जरा मोक्ष है ८. प्रयोजन और सब दुखो का मूल मिथ्यात्व ६ भवितव्य १० जीव स्वय नित्य ही है। ११ ससारी जीवो का सुख के लिए झूठा उपाय १२ बाह्य सामग्री से सुख-द ख मानना भ्रम है १३ पुदगलादि पर पदार्थों का कर्ता-हर्ता आत्म नही १४ इच्छा का प्रकार और दुख क्या क्या है ? १५ परम कल्याण १६ प्रत्येक जीवात्मा ससार मोक्ष मे भिन्न-भिन्न है १७ जीव का सदैव कर्तव्य १८ सर्व उपदेश का तात्पर्य १६ सम्यग्दर्शन २० जीव को सम्यक्त्व की प्राप्ति क्यो नही होती ? भारतीय भूति-दर्शन देत ७२ ७४ ७५ ७ - - Founder: Astrology & AthrishtaPage Navigation
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