Book Title: Jain Shrikrushna Katha
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Hajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar

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Page 6
________________ पालो २०१) श्रीमती नाथीवाई धर्म-पत्नी-स्व० श्री केसरीमल जी तलेसरा २०१) श्रीमती सुकनियावाई पाली धर्म-पत्नी- स्व० श्री धनराजजी लूकड १२५) श्रीमती सायर वाई पाली धर्म-पत्नी-श्री सज्जनराजजी मूथा १००) श्रीमती मोहनवाई पाली धर्म-पत्नी-स्व० श्री छोटमलजी धाडीवाल १००) श्रीमती वस्तुवाई पाली . धर्म-पत्नी-फूलचन्दजी काठेड १००) श्रीमती सुकदेवी पाली धर्म-पत्नी-श्री प्रेमराजजी मेहता ५१) श्रीमती मोहनवाई पालो धर्म-पत्नी-स्व० श्री मुकनचदजी मरलेचा ५१) गुप्त अर्थ-सह्योगिनी ५०) श्रीमती ज्ञानावाई पाली धर्म-पत्नी-श्री रूपराजजी मूथा २१) श्रीमती घिनियावाई पाली धर्म-पत्नी-श्री चम्पालालजी सकलेचा उक्त सभी सहयोगियो के प्रति हम आभार व्यक्त करते है। -मत्री मुनिश्री हजारीमल स्मृति प्रकाशन, व्यावर ।

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