Book Title: Jain Shila Lekh Sangraha 05
Author(s): Vidyadhar Johrapurkar
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 62
________________ - १५४] रामपुरा २५१ रेवासा ( सीकर, राजस्थान) सं० १६६१% सन् १९०४, संस्कृत-नागरी इस लेख में भ० जशकीर्ति के उपदेश से खंडेलवाल श्री कुम्भा द्वारा आदिनाथ मन्दिर में पद्मशिला की स्थापना का वर्णन है। कूर्मवंश के महाराज रायमल तथा मन्त्री देईदास के नाम भी अंकित हैं। रि० ३० ए० १९५९-६० शिक्र० बी ५९३ २५२ सोनागिरि ( दतिया, मध्य प्रदेश ) सं० १६६३= सन् १६०६, संस्कृत-नागरी यहाँ के मन्दिर नं० ७६ मे स्थित एक मूर्ति के पादपीठ पर यह लेख है। इस में उक्त स्थापनावर्ष तथा भ० यशोनिधि का नाम अंकित है। रि० इ० ए० १९६२-६३ शि० ऋ० बी ३८६ । २५३-२५४ रामपुरा ( मन्दसौर, मध्य प्रदेश) सं० १६६४ - सन् १६०७, संस्कृत-नागरी १ओं नम. सिद्धेभ्य. । संवत २११६४ वर्षे वसाप्प [वैशाख ] मास. ३ शुक्लपक्षसप्तम्यां गुसै पुष [य]8 नक्षत्रे एतस्मिन् दिने सं

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