Book Title: Jain Ratnakar
Author(s): Keshrichand J Sethia
Publisher: Keshrichand J Sethia

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Page 10
________________ ( ख ) २५ श्रद्धा सुमन २६ श्रावक जीवन की पृष्ठ भूमिका २७ सादर शिरोधार्य २८ तेरह सूत्री योजना २६ व्रत-धारण शिक्षा ३० जैन भजन प्रातः स्मरण की ढाल ३१ चव नियम की ढाल ३२ नित्य-प्रति चितारने के १४ नियम ३३. चवद स्थानक की ढाल ३४ श्रावक के तीन मनोरथ ३५ बारह भावना के दोहा ३६ पञ्च पद वन्दना ३७ खामेमि सव्वे जीवा ३८ पचीस बोल ३६ असली आजादी ४० अनुपूर्वी ४१ जैन सिद्धान्त ४२ क्षमत क्षामना की ढाल ४३ पद्मावती आराधना ४४ मुनि गुण वर्णन की ढाल ४५ दुश दान को ढाल ४६ अठारह पाप की ढाल ४७ तीन बोला करि जीवने अल्प आउषो बन्धाय ४८ आत्म चिन्तन ४६ धर्म गान १०६ १०८ १११ or or or or ११३

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