Book Title: Jain Parampara aur Yapaniya Sangh Part 01
Author(s): Ratanchand Jain
Publisher: Sarvoday Jain Vidyapith Agra
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शब्दविशेष-सूची /६११
रामिल्ल (दि० जैन मुनि) ४५३, ४५४, ४५५, आर० ए० नील (Neil) ३३८
४६९ आर० सी० हाजरा २७३
रिचार्ड पिशल (डॉ०) २५४ आर० नरसिंहाचार्य (महामहोपाध्याय) ७१ रुद्र ४०१ रक्तपट, रक्ताम्बरधृक् (बौद्धसाधु) २६१, रुद्रसंहिता २५४ २६८, २७३
रूढार्थ १९० रजोहरण १७, २४, ८६, ८८, ३८२ रूढमुख्यार्थ १९०, १९१ रजोहरणधारी २९८
ल रढवग्-अभिलेख ५६४
लज्जनीयावयवगोपन ३६१ रतनचन्द्र जैन (प्रो०, डॉ०) ३८६ लटकमेलक (नाटक) २५४ रत्नकरण्डश्रावकाचार २८९
लघुजातक २७२ रत्नत्रयदेव-अभिषेक-अंगभोग-रंगभोग ४२९ ललितविस्तरा (हरिभद्रसूरि) ४९, ३५२, ४८५, रत्नत्रयदेव-प्रतिमापूजा (दिगम्बर) ४२९,४३३ ४८८, ५११, ५७५ रत्नत्रयदेवबसदि (दिगम्बर) ४२८, ४३३ लाटदेश (सौराष्ट्र) ४५६ रत्नत्रयपूजा (यापनीय) ४१६, ४३३ लाटी संहिता (पं० राजमल्ल) २८९ रत्नत्रयबसदि-बीलिंग-अभिलेख ४३३ लिङ्गपुराण (वैदिक) १३२, २६५ रत्ननन्दी (भद्रबाहुचरितकार) ४६५, ४८५ लिच्छवी ३३४, ३३५ रथवीरपुर (रहवीरपुर) २१, २२ लूईस राईस ७१ राचमल्ल, राजमल्ल (गंगवंशी नरेश, इनके लूनकेसी (लुञ्चितकेसा) ३४८ ___ महामंत्री चामुण्डराय थे) ४१२ लोकतत्त्वनिर्णय १८५ राजमल्ल, पं० (लाटीसंहिताकार) २८९ लोकरूढि १९९ राधाकुमुद मुकर्जी (डॉ०) ३९५ लोकानुवृत्तिधर्म १८९, ३६० राधावल्लभ त्रिपाठी (डॉ०) २५८, २६०, लोकायतिक २८२ २६२, २६९, २७३
लोहानीपुर (पटना, बिहार) १८, ३९८, ४३१ रामचन्द्र तिवारी (डॉ०) २६१
लोहानीपुर-जिनप्रतिमा ४०४, ४०५, ४०८, रामधारीसिंह दिनकर ('संस्कृति के चार ४०९, ४१०, ४११, ४३१
अध्याय' के लेखक) २९३, ३९६ रामप्रसाद चन्दा रायहादुर (प्रो०) ३९४, ३९५ वज्र (आर्य वज्र-श्वे० मुनि) १३३ रामायण (वाल्मीकि) २५०
वज्रमुनि (दिगम्बर) १३३-१३६ रामायण-भूषणटीका २५०
वज्रयश (आचार्य) १३३
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