Book Title: Jain Katha Sahitya me Pratibimbit Dharmik Jivan Author(s): Pushpa Tiwari Publisher: Ilahabad University View full book textPage 3
________________ प्रमाण-पत्र प्रमाणित किया जाता है कि प्रस्तुत शोध प्रबन्ध " जैन कथा साहित्य में प्रतिबिंबित धार्मिक जीवन" डी० फिल उपाधि हेतु विजय मिश्रा (त्रिपाठी) की मौलिक कृति है एवं मेरे निर्देशन में पूरी की गयी है । पुरपी तिवारी डॉ. पुष्पा तिवारी व्याख्याता प्राचीन इतिहास संस्कृति, एवं पुरातत्व विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय इलाहाबादPage Navigation
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