Book Title: Jain Gruhastha Ke Vrataropan Sambandhi Vidhi Vidhano ka Prasangik Anushilan
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 524
________________ 458... जैन गृहस्थ के व्रतारोपण सम्बन्धी विधियों का प्रासंगिक क्र. ग्रन्थ का नाम 13. आचारांगसूत्र 14. आचारांगसूत्र 15. आयारो (आचारचूला) 16. आचारांगनिर्युक्ति 17. आचारांगचूर्णि 18. आचारांगटीका 19. आचारप्रदीप 22. आत्मानुशासनम् 23. आगमशब्दकोष लेखक/संपादक प्रकाशक अनु. सौभाग्यमलजी श्री धर्मदासजैन मित्र | मंडल, 80, नौलाईपुरा 26. आनंदघन चौबीसी सं. मुनि नथमल 20. आचारदिनकर (भा.1-2) आचार्य वर्धमानसूरि 21. आचारदिनकर (भा. 1-2) आचार्य वर्धमानसूरि अनु. सौभाग्यमलजी श्री धर्मदासजैन मित्र मंडल 1963 80, नौलाईपुरा, रतलाम | आ. भद्रबाहु स्वामी जिनदासगणिमहत्तर शीलांकाचार्य आचार्य रत्नशेखरसूरि संपा. पं. बालचन्द्र सिद्धांतशास्त्री आ. महाप्रज्ञ 24. आगमसुत्ताणि सटीक मुनि दीपरत्नसागर (भा.1-25) 25. आदिपुराण (भा. 1-2) आ. जिनसेन मुनि आनंदघन जैन विश्व भारती संस्थान, लाडनूं आगमोदयसमिति, सूरत श्री ऋषभदेव - केसरीमल श्वेताम्बर संस्था, रतलाम जसवंतलालशाह दोशीवाडानी पोल. अहमदाबाद जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सोलापुर जैन विश्व भारती लाडनूं वर्ष आगमोदय समिति, सूरत 1962 देवचन्द लालभाई जैन 1927 पुस्तकोद्धार फण्ड, जवेरी बाजार, मुंबई निर्णयसागर मुद्रालय, मुंबई 1922 1981 आगमआराधनाकेन्द्र रवानपुर, अहमदाबाद भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली 2001 राजप्रेस, सोजती गेट, जोधपुर वि.सं. 2031 1962 1977 1980 1980 2000 2000 वि.सं. 2012

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