Book Title: Jain Dharma me Ahimsa
Author(s): Basistha Narayan Sinha
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 310
________________ आधार-ग्रन्थ-सूची २९१ यजुर्वेद-जयदेवजी धर्मा, आर्य साहित्य मण्डल लि०, अजमेर, वि. सं. २००५. लिंगपुराण-प्र-मनसुखराय मोर, कलकत्ता, १९६०. वायुपुराण-प्र-मनसुखराय मोर, कलकत्ता, १६५९. वाल्मीकि रामायण-सटीक, सं०-वासुदेव लक्ष्मण शास्त्री, निर्णय सागर प्रेस, बम्बई, १९३०. विनयपिटक-अनु०-राहुल सांकृत्यायन, महाबोधि सभा, सारनाथ (वाराणसी), १९३५. विशुद्धिमार्ग (भाग १-२)-अनु -भिक्षु धर्मरक्षित, महाबोधि सभा, सारनाथ ( वाराणसी ), १९५६-५७. शिवपुराण ( भाषा टीका सहित )-श्री वेंकटेश्वर संस्करण, बम्बई. संयुत्तनिकाय ( भाग १-२)-अनु०-भिक्षु जगदीश काश्यप, प्र० -महाबोधि सभा, सारनाथ (वाराणसी), १९५४. सांस्यतत्वकोसुदी-बलराम उदासीन. सिक्ख धर्म की रूपरेखा-संपादक तथा प्रकाशक-प्यार सिंह, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक समिति, अमृतसर , १९५०. सुतनिपात-अनु०-मिक्षु धर्मरत्न, प्र.-महाबोधि सभा, सारनाथ (वाराणसी), १९५१. सूफीमत : साधना और साहित्य-रामपूजन तिवारी, ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी, सं० २०१३. हिन्दी अग्वेद--रामगोविन्द त्रिवेदी, प्र०-इण्डियन प्रेस पब्लिकेशन्स, प्रयाग, १९५४ Apastamba Dharma Sutra, Sacred Books of the East, Vol. II. Part I., Oxford, 1896. Apastamba Grihya Sutra, Sacred Books of the East, Vol. XXX, Pt. II. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332