Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 1
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

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Page 894
________________ ८३० निर्वाण-तिथि - - श्वेताम्बर संदर्भ-ग्रंथ दिगम्बर संदर्भ-ग्रंथ तीर्थकर नाम | सत्त द्वा. १४७ | हरिवंश पुराण | तिलोय प. गा. प्रवच० गा. ३०६-३१० गा. २६६-२७५/ ११८४-१२०८/ उत्तर पुराण १ ऋषभदेव माघ कृ. १४ माघ कृ. १३ माघ कृ. १४ माघ कृ. १४ माघ कृ. १४ २ अजितनाथ चैत्र शु. ५ चैत्र शु. ५ चैत्र शु. ५ चैत्र शु. ५ चैत्र शु. ५ ३ संभवनाथ चैत्र शु. ६ चैत्र शु. ५ चैत्र शु. ६ चैत्र शु. ६ चैत्र शु. ६ ४ अभिनन्दन वैशाख शु. ७ वैशाख शु. ८ वैशाख शु. ७ वैशाख शु. ७ वैशाख शु. ६ ५ सुमतिनाथ चैत्र शु. १० चैत्र शु. ६ चैत्र शु. १० चैत्र शु. १० चैत्र शु. ११ . ६ पद्मप्रभ फाल्गुन कृ. ४ मार्गशीर्ष कृ. ११ फाल्गुन कृ. ४ फाल्गुन कृ. ५ फाल्गुन कृ. ४ ७ सुपार्श्वनाथ फाल्गुन कृ. ६ फाल्गुन कृ. ७ फाल्गुन कृ. ६ फाल्गुन कृ. ६ फाल्गुन कृ. ७ ८ चन्द्रप्रभ भादवा शु. ७ भादवा कृ. ७ भादवा शु. ७ भादवा शु. ७ फाल्गुन शु. ७ ६ सुविधिनाथ भादवा शु.८ भादवा शु. ६ भादवा शु. ८ प्रासोज शु. ८ भादवा शु. ८ १० शीतलनाथ आश्विन शु. ५ वैशाख कृ. २ आश्विन शु. ५ कार्तिक शु. ५ आश्विन शु. ८ ११ श्रेयांसनाथ श्रावण शु. १५ श्रावण कृ. ३ । श्रावण शु. १५ श्रावण शु. १५ श्रावण शु. १५ १२ वासुपूज्य फाल्गुन शु. ५ प्राषाढ़ शु. १४ फाल्गुन शु. ५ फाल्गुन कृ. ५ भाद्रपद शु. १४ १३ विमलनाथ आषाढ़ कृ.८ आषाढ़ कृ. ७ आषाढ़ कृ.८ प्राषाढ़ शु. ८ प्राषाढ़ कृ. ८ १४ अनन्तनाथ · चैत्र कृ. ३० चैत्र शु. ५ चैत्र कृ. ३० चैत्र कृ. ३० चैत्र कृ. ३० १५ धर्मनाथ ज्येष्ठ शु. ४ ज्येष्ठ शु. ५ ज्येष्ठ शु. ४ ज्येष्ठ कृ. १४ ज्येष्ठ शु. ४ १६ शान्तिनाथ ज्येष्ठ कृ. १४ ज्येष्ठ कृ. १३ ज्येष्ठ कृ. १४ ज्येष्ठ कृ. १४ ज्येष्ठ कृ. १४ १७ कुथुनाथ वैशाख शु. १ वैशाख कृ. १ वैशाख शु. १ वैशाख शु. १ वैशाख शु. १ १८ अरनाथ चैत्र कृ. १५ मार्गशीर्ष शु. १० चैत्र कृ. ३० चैत्र कृ. ३० चैत्र कृ. ३० १६ मल्लिनाथ फाल्गुन शु. १० फाल्गुन शु० १२ फाल्गुन शु. ५ फाल्गुन कृ. ५ फाल्गुन शु. ५ २० मुनिसुव्रत फाल्गुन कृ. १२ ज्येष्ठ कृ. ६ फाल्गुन कृ. १२ फाल्गुन कृ. १२ फाल्गुन कृ. १२ २१ नमिनाथ वैशाख कृ. १४ वैशाख कृ. १० । वैशाख कृ. १४ वैशाख कृ. १४ बैशाख कृ. १४ २२ अरिष्टनेमि आषाढ़ शु. ८ आषाढ़ शु. ८ आषाढ़ शु.८ आषाढ़ कृ.८ प्राषाढ़ शु. ७ २३ पार्श्वनाथ श्रावण शु. ५ श्रावण शु. ८ श्रावण शु. ७ श्रावण शु. ७ श्रावण शु. ७ २४ महावीर कार्तिक कृ. १४ कार्तिक कृ. ३० कार्तिक कृ. १४ कार्तिक कृ. १४ पृ. ७२५ से ७२६ पृ. २६६ से ३०२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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