Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 1
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur
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स्थानांग सूत्र की टीका-६४, ६४५ हिन्दी विश्वकोष
हिरण्यगर्भ सूक्त-४७६ हरिभद्रीय प्रावश्यक-७१६
हिस्टोरिकल बिगिनिंग प्रॉफ जैनिज्म-४७७ हरिवंश व्यास (व्यास)-४३१-४३४, ४३६ हिस्ट्री प्रॉफ इण्डिया (एडवान्स्ड)-७६६
हिस्ट्री प्रॉफ कैनानिकल लिटरेचर प्रॉफ हरिवंश पुराण (जिनसेन) ४५, ५१-५३, जनाज-६४७
७४, १६२, १७२, १७४, २२३, हिस्ट्री एण्ड डोक्टराइन्स ऑफ प्राजीवकाज३४१, ५५६,
७३५
[५] मत, सम्प्रदाय, वंश, गोत्रादि
(अ) प्रक्रियावादी-७३७ मज्ञानवादी-७३७, ७३८
(मा) आजीवक-५०२, ६५६, ७२०, ७२६,
७२८-७३६, ७३६.
गोशालकमती-५०२ गौतम गोत्र-३१५, ४८२
चरग-७३६ चौलुक्य कुल-७६८
इम्यकुल-४२० इक्ष्वाकु वंश-२३, ४८२, ५६०
तच्चनिय-७३६ तिब्बती परम्परा-७७७ तिम्बती बौद्ध परम्परा-७८०, ७५१
ईसरमत-७३६
उपवंश-४८२ उपभोमवंश-४२२ उलूम-७३६
दशाह-३४३, ३४४, ३४६, ३४८, दिगम्बर परंपरा-१४, २०. ३०, ५१, १२,
६१, ६५, ७२, २१८, •४८७, ४६३, ५३६, ५४०, ५४५, ५५५, ५५६, ५६०, ५६५, ६१४, ६६६, ७३४,७७४
कपिल मत-७३६ कम्मावादी-७३६ कविल-७३६ कावाल-७३९ कावालिय-७३६ काश्यप गोत्र-४८२ क्रियावादी-७३७, ७३६
निम्रन्थ सम्प्रदाय-४६९, ५०० ५०२, ५०३
पासस्थ-७३५, ७३६
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