Book Title: Jain Dharma ka Maulik Itihas Part 1
Author(s): Hastimal Maharaj
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

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Page 942
________________ ८७८ ७४, ११४, ११५, ११६, १७३, एन्सियेन्ट जोग्राफी प्रॉफ इण्डिया-५५८ २४१, ३०८, ४२८, ५४७, ५५७, एपिटोम प्रॉफ जैनिज्म-७६८ ५६५, ५७५, ५८३, ६०६, ६१३, एस. बी. ई. वोल्यूम-७६६ ६३४, ६६६, ६६६ प्रावश्यक मलयगिरि वृत्ति-१२, २४, ४८, ऐन्द्र व्याकरण-५६४ ।। ७४, ११७, १२२, १२४, ५३३, (प्रो) ५७५, ५७७, ६०३, ६०६ प्रौपपातिक सूत्र-६१६, ६३२, ६४५, ६६२, ७४५ इंडियन एन्टीक्वेरी-५००, ५०३ इंडियन फिलोसोफी-५०३ इंडियोलोजिकल स्टडीज-७१६ ईशान संहिता-१३२ उत्तर पुराण-४८०, ४८१. ४८३, ४८६, ४८८, ४६१, ५३६ उत्तराध्ययन चूरिंग-६६१ उत्तराध्ययन सूत्र-३१५, ३३०, ३७०, ३७२, ३७७, ३८२, ३८३, ४६३, ५३०, ५४८, ६५०, ६५८, ७०६, ७३५ उपकेश गच्छ-चरितावली-५२५, ५२६ उपकेश गच्छ-पट्टावली-५२७, ५२६ ।। उपासक दशांग सूत्र-६२८, ६५७, ६६६, ६७५, ७३४ उववाई सूत्र-७०, ७४४, ७४५, ७४६ कठोपनिषद्-४७६ कल्पचरिण-७२८ कल्पमूत्र--१३, १४, २०, ४५, ६१, ६७ ४२८, ४६३, ४६४, ५०१, ५२३, ५४३, ५४५, ५५१, ५५६, ५६०, ५६१, ६०६, ६१०, ६६०, ६६१, ६६२, ६६४ कल्प किरणावली-३० कल्पसूत्र मुबोधिनी टीका-३०, ३८, ४१. ४६५, ५७५ कहावली-२१, २३ काप्स इन्स्क्रिप्शन्स इंडिकेशन्स-७७६ कालमाधवीय नागर खण्ड-१३२ कुवळय माळा-६१७ कूर्म पुराण-१३७ केदार पट्टिक-७१९ केम्ब्रिज हिस्ट्री प्रॉफ इण्डिया-५०३ ऋग्वेद-४२६ ऋषिभापित सुत्त-४२६ खरतरगच्छ वृहद् गुर्वावली-५४ (ग) गीता-४७७ गौतम धर्मसूत्र-५३४ एकविंशतिस्थान प्रकरण-५६६ एन एड्वान्स्ड हिस्ट्री ऑफ इंडिया-७६६ ७७४ एनसाइक्लोपीडिया ऑफ इंडिया-७७६ एनसाइक्लोपीडिया प्रॉफ रिलिजन एण्ड एथिक्स-७३३ चउबन्न महापुरिस चरियं-१४६, १६७, १६६, १७२, १९६, १६६, २०२. २१८, २२४, २२७, २२८, २३८, २३६, २४२, २४५, २६२, २९७. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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