Book Title: Jain Darshan ke Mul Siddhanta
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 6
________________ 0 आदर्श साहित्य संघ, दिल्ली . जैन दर्शन के मूल सूत्र लेखक : आचार्य महाप्रज्ञ प्रकाशक : कमलेश चतुर्वेदी प्रबंधक आदर्श साहित्य संघ २१०, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग नई दिल्ली-११०००२ संस्करण : सन् २००१ मूल्य : साठ रुपये अर्थ सौजन्य : श्री बच्छराज छतरसिंह राजेन्द्रकुमार पुगलिया श्रीडूंगरगढ़, अलीपुरद्वार, कलकत्ता मुद्रक : पवन प्रिंटर्स, नवीन शाहदरा, दिल्ली-११० ०३२ JAIN DARSHAN KE MOOL SUTRA Rs 60.00 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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