Book Title: Jain Bauddh Aur Gita Me Karm Siddhant
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy
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36. तत्त्वार्थसूत्र, ८७ 37. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २३६ 38. (अ) तत्त्वार्थसूत्र, ६/११ (ब) कर्मग्रन्थ, १/५४ 39. तत्त्वार्थसूत्र, ८८ 40. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २३७ 41. कर्मग्रन्थ, १/५५ 42. तत्त्वार्थसूत्र, ६/१३ 43. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २३७ 44. वही, पृ० २३७ 45. तत्त्वार्थसूत्र, ६/१२ 46. कर्मग्रन्थ, १/५५ 47. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २३७ 48. वही, पृ० २३७ 49. कर्मग्रन्थ, १/५६-५७ 50. तत्त्वार्थसूत्र, ६/१४-१५ 51. समवायांग, ३०/१ 52. तत्त्वार्थसूत्र, ८/१० 53. वही, ८/१० 54. तत्त्वार्थसूत्र, ८/११ 55. स्थानांग, १/४/४/३६३ 56. वही, ६/१९ 57. कर्मग्रन्थ, १/५८ 58. तत्त्वार्थसूत्र, ६/१७ 59. वही, ६/१८ 60. वही, ६/२० 61. कर्मग्रन्थ, १/५९ 62. स्थानांग, ७/५६१ 63. तत्त्वार्थसूत्र, ६/२२ 64. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २३९ 65. तत्त्वार्थसूत्र, ६/२१ 66. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २३९ 67. तत्त्वार्थसूत्र, ८/१३
कर्म-बन्ध के कारण, स्वरूप एवं प्रक्रिया
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