Book Title: Jain Bauddh Aur Gita Me Karm Siddhant
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy

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Page 127
________________ 68. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २४० 69. (अ) कर्मग्रन्थ, १/६०; (ब) तत्त्वार्थसूत्र, ६/२४ 70. नवपदार्थ ज्ञानसार, पृ० २४० 71. (अ) कर्मग्रन्थ, १/६१; (ब) तत्त्वार्थसूत्र, ६/२६ 72. नन्दिसूत्र, ४२ 73. (अ) दीघनिकाय, २/२; (ब) संयुत्तनिकाय, १२/१/२; (स) बौद्धदर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शन, पृ० ३७३-४१० 74. पंचास्तिकायसार, १२८ व १२९ 75. अभिधर्म कोष-कर्मनिर्देश नामक चौथा निर्देश, उद्धृत जैन स्टडीज, पृ० २५१ २५२ 76. पंचास्तिकायसार, ३८ 77. उत्तराध्ययन, ३२/१०० 78. उद्धृत स्टडीज इन जैन फिलासफी, पृ० २४७ [120] जैन, बौद्ध और गीता में कर्म सिद्धान्त

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