________________ हस्तिकुण्डी का इतिहास-६० शिलालेख सं.३ संवत् 1122 मगसिर सुदी 13 पासनागशिष्येण सुमण हस्तिना ..... ... .... 140 गोष्ठिकानां च... .... .... शिलालेख अधूरा है। 1 पार्श्वनाग ने संवत् 1042 विक्रमी में 'पात्मानुशासन' की रचना की / ये सुमनहस्ति उनके ही शिष्य मालूम होते हैं /