Book Title: Digambar Jain 1923 Varsh 16 Ank 11 Author(s): Mulchand Kisandas Kapadia Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia View full book textPage 1
________________ Digamber Jain-Surat. SHREE JAIN LIP RARY N112 SIRCHI STATE 19 नं ० विषय १. सम्पादकीय वक्तव्य २. जैन समाचार संग्रह Regd. No. B-744. दिगंबर जैन E XXX बीर सं० २४४९ भाद्रपद । विक्रम १९७९. संपादकमूलचंद किसनदास कापड़िया-सूरत । विषयानुक्रमणिका । .... ३. छोटालाल गांधीनो छुटकारो ने मानपत्र ४. दशलक्षण धर्म ( ब ज्ञानानंदनीकृत कविता ) ५. दशलक्षण धर्म ( बा० सुमतिलाल जैन ).... ६. मिथ्यात्वका लक्षण भेद, व उनका स्वरूप.... ७. फालसा ( " वैद्य " ) ८. बारह भावना व बारह मामा ९. गुजरात व वागड़ में सं० विद्यालयकी आवश्यकता व गुजरात बागड़के श्रीमानों से अपील **** पृष्ठ १७ १९ २१ २२ २५ १०-११ जीवदया; गरमी में गरम चाय..... २७-२८ १२. प्रातः कर्म विचार ( मोहनकाल मथुरदास काणीसा ) २९ 125252592525252 पेशगी वार्षिक मूल्य रु० १-१२-० पोस्टेज सहित । 米米米 वर्ष १६ व अंक ११ ई. सन् १९२३Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 36