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श्री जयसिंह सूरिविरचित
[ प्राकृत भाषामय |
धर्मोपदेशमाला - विवरण
संपादक
पण्डित श्री लालचन्द्र भगवान्दास गान्धी
[ जैन पण्डित - प्राच्यविद्यामन्दिर, वडोदरा ]
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भारतीय
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विद्या
अमृत
बंबई
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प्रकाशक
सिंघी जैन शास्त्र शिक्षापीठ भारतीय विद्या भवन बंबई
विक्रमाब्द २००५ ] प्रथमावृत्ति; पश्च शत प्रति
[ १९४९ खिस्ताब्द
ग्रन्थांक २८] सर्वाधिकार संरक्षक भा. वि. भ. [ मू० रू०९-१२-०
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