Book Title: Dashvaikalik Tatha Uttaradhyayan
Author(s): Harshchandra Maharaj
Publisher: Atmaram Mohanlal Sheth

View full book text
Previous | Next

Page 5
________________ सप्रेम समर्पण स्वर्गस्थ पूज्य मातुश्री ब्रजकोर बाई ने जेमणे पोताना प्रेमाल अने मीठा स्वभावथी कुटुम्बमां सर्वेनां मन जीती लई पोताना जीवननी सुवास फेलावी छे अने जेमणे पोते धर्मानुरागी जीवन जीवी अमो त्रणे भाइयो तथा बहेनोमां संस्कार अने चारित्रनु सिंचन करी अमारा कुटुम्बनी जैनधर्म अने जैनदर्शन प्रत्येनी श्रद्धा सुदृढ़ बनावी छे; जेमना वात्सल्य अने मातृत्वना अविरत स्त्रोतनी पुनीत - याद आजे पण अमने प्रेरणादायी बनी रही छे. एवां अमारा पूज्य मातुश्री ने श्रा प्रकाशन मारा तरफथी मातृऋणनी यत्किंचित् पुष्पांजली तरीके प्रेमपूर्वक सादर समर्पण करुं छं. विनीतः-- आत्माराम मोहनलाल शेठ

Loading...

Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 256