Book Title: Chandraras Patra
Author(s): Mohanvijay, Kesharvijay
Publisher: Yakruli
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मरे न्याय २५ ताससासकविसहरू मानवअदबुमिरहसयसेवककविवर सविजयधि
शेरे छारा १६ससयदयेकासमककार मोहनरकविलासरकडसिटलिंकराश्योरलीयकश्त्राशी रिमाय२७ शालिवेदनश्क्ष्निो माताअधिकारवर्षवसुडवाचंदवश्विममारश्याय १४ सवापाथ इलिश्रीदवश्विास नलानवी जीवनरुवारचंदरूटमननासिकार शशिनमालाटा रुश्दजसेनिश्कामवामिनरूयाधातिववादालासिस्ममशीयेश बाटोलासमान अश्वविलासकास्यपहा शबारजिरोदयद केवललनकनिधानसः
लवधासंग शुक्षसुधाश्रीन योगयुगलिसाष्टायनी अधोसंगतिहीय जोगमार्गनीअगमग निसमारखोकीय शवाहाकियाकाष्टाल्मिका सबसुषजनाएमबियोसरकिरियामकाध दानेदमनबाायरियादत्यादी निर्मलनयोकीय जिमविक्षधरकचकन्यचनिनिर्विबनवि। वियरचलननिअस्तावमदयालोकिकवेद उत्तरवाहितकाल केबलमाध्यादॐछ। तरकरखेलविकरऊमतिमशरग्यात्तातविनय करिनिंडिजनमन्तचोरयामामोनिसदि नवी जेहधरनरसारिवाहिशेजला एलधारावारिबाबलमवावरायलतरोलिले हनीचंदजिमयरसविल माचीवाचक्ष्वशयनी निशुशालविश्वास ध्यासकसायश्सालयत एहनावहामासासए अदाचीवाभमले सेदवोचशिक्षीमतिमाशाजश्वासमै बैंशावदाईग्यान श्य नदस्यदानंदस्वा दरख्यतिमविहंगहचानलमासु नझमकक्षासंग २२ जान मोदारण
वदमिरमानिसशककर
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