Book Title: Chandraras Patra
Author(s): Mohanvijay, Kesharvijay
Publisher: Yakruli
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राशनकारणागनि दिक्दारकरैषदवस सोमशामायालयोपसलमटेनादेनिजयसर्थ कास्या मालदेवादिदेवाइराजाराम जासुरवीरवनहीलेशावरसुरक्षिरिसरुवाकहै ऊय डायचेदमरस बाल विक्षनारावेदनानियोगोकलाम एदेशी लालचीलाबलीक्षि नोवधासदाव० संबिकायभित्रमनगा याणिकरिगेनिसनीअदिवाने तो लोइंगताग जोय यावली पातलीवितयागदिवा अपवासारमा हिम विशनुचिनबंधार परवनिरिक्तप्रसंग एकरमा त्यतिपिणएनिस्क यरियाय सरिसाद
सदृष्टिनाओमपाता रसगारसनासमाबय गोय सुरासुरकाईनानि सदरदरा लयनसीरोटशवलीश्मदिवस असयाचवरतम य गोदावधानावंदन्यतिनंदा सोईयरमअन्यदाय सुडान्मराजाईतेदने कीधीकामलारूयकीय यगोयहरख्यादतनुजमुमोखा समाधीदोन सादीनदयाननुसारे गुणसेबरमसियानगो वाधे दिवाकरसगि रुसँरतिपतिमाहौरसियनिजाम रूय मातयातनामनारधरे सतसरतरुनाग सय ७ गाण्डे लाईयिापसव्याखालका यणिरूयनिधान मे मणिशयरनाम उहाय्या बिशेसुनमलासमान बिगो विशंसत्वेदवच्छगेबिसे लोनविना व मानसरोवरचयकांत जोगियुगलमय दन रिलेसत्यमहोदरी धमानिसलायतलामतितिज्ञाननीयरि करता शस्त्रारत करा १० गाव विनियाम्यतिलानुकाम साविककार मेय लीलाविशवधिरराषी रचनेय

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