Book Title: Chandraras Patra
Author(s): Mohanvijay, Kesharvijay
Publisher: Yakruli
View full book text
________________
चदेशसय
विशनुनादरकरडशनल मलखीमत्याडिझेद आयाईदाविमलाश मेलाका कि लिलचारमनमोहसंझदारदवानानौराजाहोईतीर कमुकदेव वशेण वियर डानदा संयन्दनेसोमाहशस्वडिशेरबकरीकामयशवसेउकवानछानेकोर वियर० सुशीवचनवारणा ईदुईदालगारबुटेनिसनाधकीऽवनिसंगानेनार विय११ कहनालाकरजामिनस्या सावराजा आऊएओवाanावेजनविकश्मि विवरसलाईमुकवाकरीलेवयानीमा याङ परीघरारीवामिल्या राज्यकरोमहाराज विराएदवेश्यामाग्र येवायदानिमासन ध्यासध्याच्यावहारूयतिसुषसन्तधिनविरमायादारशिवनटमकरजनेअननसाव्या स्वयंवदन निजनाविरते। विवश्य प्रायोजएको घामेरुसमा ख्रणासमुकश्यालरंगी दीकंजीवातदान वि०१६मानासयामारमा जिहानागतारकमाल माइतिचीमाऊचासनातर बाबाजीदानविय १७ इदा शिवनयनिवान बगाएनिलंग अममनासानायती राबैंगस्य नगर दिलामनवदनवा मननानकदाय दहावामतिमझेदीनदीबन्येचिन्यायशशिवमाला नयनिक एमबिदिशा कीविरासादिया करारकोमकलेसनसिंगमेशचामलकर सबिधालयाविंदवादताएदने नकारेतारानालिलईडारवाणीशा कोमिकल्याण समियतनरावस्य। एमालामहिशेयाय जोशीविदेगमतलस्या अदीमाढावनासमनाए दीवास्सयल सगीसक्ष्यवासयेजरामा शव्याच्यदिधामदाबादामसुलालागी अभी
S
marypre

Page Navigation
1 ... 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208