Book Title: Bhattarak Sampradaya
Author(s): V P Johrapurkar
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 346
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar परिशिष्ट ३ भट्टारक नाम सूची [परिशिष्टों में सर्वत्र लेखांक का सन्दर्भ दिया है।] अजितकीर्ति (कुमुदचन्द्र के शिष्य) १९३ उदयसेन अजितकीर्ति ( विशालकीर्ति के शिष्य ) उद्धरसेन ५५८,५७३ २०५,२०६ एकवीर अजितकीर्ति (मकीर्ति के शिष्य ) कनककीर्ति ( मुनीन्द्रकीर्ति के शिष्य ) २१८-२२० नो. ५३ अनन्तकीर्ति ( महेद्रन्कीति के शिष्य) ३०० कनककीर्ति ( रामकीर्ति के शिष्य ) नो ६६ अनन्तकीर्ति ( महेन्द्रसेन के शिष्य ) ६२९ कनकसेन ( वीरसेन के शिष्य ) ९ अनन्तकीर्ति (मुनिचन्द्र के शिष्य) ९० कनकसेन ( श्रवणसेन के बन्धु ) ९४ अनन्तकीर्ति (श्रेयांससेन के शिष्य) ५८४ कमलकीर्ति ( अनन्तकीर्ति के शिष्य) अनन्तकीर्ति (सहस्रकीर्ति के शिष्य )नो. ५३ ५८५-५८६ अनन्तवीर्य ... १५ कमलकीर्ति ( हेमकीर्ति के शिष्य अभयचन्द्र ५९०-५९२ अभयनन्दि ५१७-५२१ कल्नेलेदेव अमरकीर्ति ( चन्द्रकीर्ति के शिष्य ) कल्याणकीर्ति ५५३-५५४ कीर्तिषेण । ६२२ अमरकीर्ति ( चारुकीर्ति के शिष्य ) ९८ कुमारसेन ( कमलकीर्ति के शिष्य ) अमरकीति (धर्मभूषण के शिष्य ९५-९६) अमरचन्द्र ४१९-४२० कुमारसेन ( भानुकीर्ति के शिष्य ) अमरसेन नो. ९९ ५७७-५७९ अमितगति ( देवसेन के शिष्य ) ५४२ कुमारसेन ( सेनान्वय) अमितगति ( माधवसेन के शिष्य ) कुमुदचन्द्र ( देवेन्द्रकीर्ति के शिष्य ) । ११३-११६ अभितसेन ६२२ कुमुदचन्द्र ( नेसर्गी ) अर्ककीर्ति ६२३ कुलभूषण अष्टोपवासी १५ कूविलाचार्य आर्यनन्दि १, २ केशवदेव आर्यसेन ११ केशवनन्दि इन्द्रभूषण ५३१-७४३ केशवसेन ६६२-६६४ २०४ ४४० ०१. For Private And Personal Use Only

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