Book Title: Bhattarak Sampradaya
Author(s): V P Johrapurkar
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 355
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar आचार्यादि नाम सूची ३०९ ४३७ धनसागर ७४९,७५०,७५४ जगतसिंह ३२१ धर्मकीर्ति जनार्दन २०४ धर्मचन्द्र २६७ जयकीर्ति (दिल्ली) २५.३ धर्मदास ५६६,५७५ जयकीर्ति (माथुर) ६०९ धर्मपाल जयनन्दि २५३ धर्मरुचि जयसागर (सूरत) ५०२-५०५ नयनन्दि. २५१ जयसागर (नन्दीतट) ६५०,६५४ नरसिंह २४५,२५३-२५४ ६५७-६६० नरेन्द्रसागर ७४० जिनदास (इंडर) ३४०-३५२,४७५ नरेन्द्रसेन ६३२-६३३ जिनदास (सूरत) ५०८ नागचन्द्र जिनदास ( नन्दीतट) ७४२ नाथूराम जिनमती ४५८ नेत्रनन्दि २५५ जिनसागर १५२-२५५,१६४-१७८ नेमिचन्द्र (सूरत) जिनसेन ७३६ नेमिचन्द्र (जेरहट) जीवनदास १६१ पद्मकीर्ति ५८८ वानू ७५/पंडितदेव तेजपाल २६९,३९० पामो ७४७--७४८ त्रिभुवनकीर्ति - ३६७ पार्श्वकीर्ति ११७-.११९,१२४ त्रिभुवनचन्द्र ३९१ पासमति १५९ .दशरथगुरु ८ पुण्यकीर्ति २७९ दीपचंद -६-१.१ पुण्यसागर २०५-२०६ दीपद २५९/पूना देवक्रीति (ईडर) ३९०..३९१ पूरनमल देवकीर्ति (माथुर ) ५८८ प्रतापचन्द्र ५८८ देवजी ३८२ प्रतापश्री ६१० देवदास ३८२ बिहारीदास .६३,५३८ देवभी ३६५ बुद्धिसागर १६१ धनपडित ९३ भगक्तीदास ५९९-६०५ अनपाल २३६ भागचंद ५१ For Private And Personal Use Only

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