Book Title: Bhattarak Sampradaya
Author(s): V P Johrapurkar
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 353
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भट्टारक नाम सूची ३०७ श्रीषेण नो. ९९ सुरेन्द्रकीर्ति ( देवेन्द्रकीर्ति के शिष्य ) श्रुतवीर २९५-२९६ श्रेयांससेन ५८३ सुरेन्द्रकीर्ति (नरेन्द्रकीर्ति के शिष्य ) प्र.६ सकलकीर्ति ( पद्मकीर्ति के शिष्य ) सुरेन्द्रकीर्ति (यश:कीर्ति के शिष्य) नो.६६ ५३३-५३७ सुरेन्द्रकीर्ति ( सकलकीर्ति के शिष्य ) ५३८ सकलकीर्ति ( पद्मनन्दि के शिष्य ) सुरेन्द्रकीर्ति (क्षेमेन्द्रकीर्ति के शिष्य) २७६ __ ३२९-३४२ सुरेन्द्रभूषण ( देवेन्द्रभूषण के शिष्य) सकलकीर्ति (सुरेन्द्रकीर्ति के शिष्य ) ७६३ ३१८-३२२ सकलचन्द्र ( गुणचन्द्र के शिष्य ) सुरेन्द्र भषण (नरेन्द्रभूषण के शिष्य) नो.५६ ६००-६०१ सोमकीर्ति ६५१-६५४ सकलचन्द्र (जिनचन्द्र के शिष्य ) सोमसेन ( गुणभद्र के शिष्य ) ३९-४४ ४०७-४०९ सोमसेन ( देवसेन के शिष्य ) २१-२२ सकल भूषण नो. ५३ सोमसेन ( लक्ष्मीसेन के शिष्य.) ३४-३६ समन्तभद्र ६१-६२ सोमसेन ( श्रुतवीर के गुरु ) १७ सहस्रकीर्ति (त्रिभुवनकीर्ति के शिष्य,जेरहट) हरिषेण ( भरतसेन के शिष्य ) ६२४ प्र. १२ हरिषेण ( मौनिभट्टारक के शिष्य) ६२४ सहस्रकीर्ति ( त्रिभुवनकीर्ति के शिष्य, हरेन्द्रभूषण नो. ५६ माथुरगच्छ ) ६०८-६११ हर्षकीर्ति नो. ५३ सहस्रकीर्ति ( भावसेन के शिष्य ) हर्षचन्द्र ५५८, ५७३ हेमकीति ( विद्याभूषण के शिष्य, नागौर ) सहस्रकीर्ति ( लक्ष्मीचन्द्र के शिष्य ) २८४ नो, ५३ सहस्रकीर्ति (सकलभूषण के शिष्य) नो. ५३ हेमकीर्ति ( विद्याभूषण के शिष्य, लातूर) सिद्धसेन ७७-८४ २११-२१७ सिंहकीर्ति ३०३-३०८ हेमकीर्ति ( क्षेमकीर्ति के शिष्य ) सिंहनन्दि ४०३, ४६४, ४६६, ४७२ ५८८-५८९ सुखेन्द्रकीर्ति मुमतिकीर्ति ८१, ३७६-३७७ हेमनन्दि ६४५ क्षेमकीर्ति (कमलकीर्ति के शिष्य ) ५८७ मुरेन्द्रकीर्ति ( इन्द्रभूषण के शिष्य ) क्षेमकीर्ति ( देवेन्द्रकीर्ति के शिष्य ) ३९२ ७४४-७५९ क्षेमकीर्ति ( यशःकीर्ति के शिष्य ) ६०६ सुरसेन For Private And Personal Use Only

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