Book Title: Bhagwan Mahavir Prati Shraddhanjaliya
Author(s): Jain Mitramandal Dharmpur
Publisher: Jain Mitra Mandal

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Page 13
________________ -जैन धर्म इतिहास का खजाना डा. जे. जी. बुल्हर, सी. आई. ई., एल-एल डी. जैन धर्म के प्राचीन स्मारकों से भारतवर्ष के । प्राचीन इतिहास की बहुत जरूरी और उत्तम सामग्री प्राप्त होती है । जैन धर्म प्राचीन सामग्री का भरपूर खजाना है । -भारतवर्ष के प्राचीन जमाने के हालात, पृ० ३०७ । - - - - जैनधर्म गुणों का भण्डार प्रो० डा० मैन्समूलर एम० ए०, पी० एच० डी० जैन धर्म अनन्तानन्त गुणों का भण्डार है जिस में बहुत ही उच्चकोटि का तत्व-फिलॉस्फी भरा हुआ है । ऐतिहासिक, धार्मिक और साहित्यिक तथा भारत के प्राचीन कथन जानने की इच्छा रखने वाले विद्वानों के लिये जैन-धर्म का. स्वाध्याय बहुत लाभदायक -इन्सालो पीडिया [ १६

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