Book Title: Bhagvati Sutram Part 04
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: Hiralal Hansraj

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Page 212
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsun Gyanmandir १२शतक उद्देशा १०४५॥ &ी परमाणुपुद्गलो अने एक तरफ एक द्विप्रदेशिक स्कंध थाय. तथा जो तेना सात भाग थाय तो जुदा जुदा सात परमाणुपुद्गलो थाय. व्याख्या . अट्ठ भंते ! परमाणुपोग्गला पुच्छा, गोयमा! अट्टपएमिए लंधे भवद जाव दुहा कजमाणे एगयओ परमाणु. प्रज्ञप्तिः एगयओ सत्तपएसिए बंधे भवद अहवा एगयओदुपएसिए बंधे पगयओ छप्पएसिए स्वधे भवइ अहवा एमयओ ॥१४॥ तिषपसिए० एगयओ पंचपएमिए बंधे भवह अहवा दो चउपएमिया खंधा भवंति, तिहा कन्जमाणे पगयओदो परमाणु० एगयओ छप्पएसिप बंधे भवइ अहवा पगयओ परमाणु० एगयओ दुप्पएसिए खंधे एगयओपंचपएमिए काखधे भवद अहवा एगपयओ रमाणु० एगयओ तिपएमिए बंधे एगयओ चउपएसिए बधे भवद अहवा एगयओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ चप्पएमिए ग्बंधे मवइ अहवा एगयआ दुपएमिए खंधे एगयओ दो निपएसिया खंधा भवंति, चउहा कन्जमाणे एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला एगयओ पंचपएसिए बंधे भवति अहवा एगयओ मा दोन्नि परमाणुपोग्गला एगयो दुपएसिए बंधे एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ दो परमाणु एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवति अहवा एगयओ परमाणु० एगयओदोदुपएसिया बंधा एगयओ तिपएसिप * बंधे भवति अहवा चत्तारि दुपसिया खंधा भवंति, पंचहा कजमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ चउप्पएमिए खंधे भवति अहवा गगयओतिन्नि परमाणु एगयओ दुपएसिए एगयओतिपएसिए बंधे भवति अहवा एगयओ दो परमाणु० एगयओ-तिनि दुपएसिया खंधा भवंति, छहा कत्रमाणे एगयओ पंच परमाणु एगयओ तिपएसिए. वंधे भवह अहवा एगमओ चत्तारि परमाणु० एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवइ, सत्तहा कजमाणे SAKASES For Private And Personal

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