Book Title: Badmer Aur Mumbai Hastlikhit Granth Suchipatra Author(s): Seva Mandir Ravti Jodhpur Publisher: Seva Mandir Ravti Jodhpur View full book textPage 6
________________ क्रम. 1 नाम 2 1 बङ्गचूलिका 2 बङ्ग विद्या 3 अजीवकल्प 7 धरणोपपात 8 भाषाराङ्ग धातुर प्रत्याक्यान 4 अनुतरोपपातिक दशांग अम्बवाइमदसाओ 5 अनुयोगद्वार 6 धन्तकृतदशाङ्ग 10 आत्मविभक्ति 11 आत्मविशुद्धि 12 आराधनापताका आवश्यक (ख) 13 सामायिक 1 फ्र जिनागम नामावली (अकारादि क्रम से) 5 14 चतुविशतिस्तव 2 15 वन्दन 3 16 प्रतिक्रमण 4 17 कायोत्सर्ग 5 18 प्रत्याख्यान 6 19 आशीविष भावना 20 उत्तराध्ययन प्राकृतनाम 3 अंग पुलिया अंगविण्या अजीवकप्पो प्रणुजोगदारा अंतगड़दसा मरणोषवाए श्रायारो आउरपच्चक्खाण आयविभक्ती अपविसोही धारासा पढाया घावरसग सामाइय पठवी सत्यव बंदरण पडिक्कमण काउसग्ग पचचक्खाण आसी विसभावणाणं उत्तरज्झयणाइ उपलब्ध प्रथाग्र 4 800 9000 55 गा. 45 200 1900 900 ग्रंथकार 5 यशोभद्र 2000. 36 सुधर्मा वाचना आर्यरक्षित सुधर्मावाचना 2650 दो स्कंध I II स्थविर 100 T. 84 वीरमद्र + गद्य 1200 वा. 990 वीरभद्र 600 सहपाठ वर्गीकरण 6 का. प्र. C 1 प्र. B1 प्र. B2 अंग का. (9) चू. (मूल) उत्का. अंग-का. (8) का. जंग-का. ( 1 ) प्र-A 1 उत्का. उत्का. उत्का. प्र. B3 मूल. " "" " 31 "" का. मूलका नं. पा. सर्वमान्य भिचरित्र ठा. 755 56 नं.पा. सर्वमान्य भिन्न 10 चरित्रठा 754 घ. 56 नं.पा.व्य. सर्वमान्य नं. पा. प्रमाण 7 पा. जो. न. पा. सर्वमान्य " "" " " " व्य. पा. जो नं.पा.ध. टिप्पणी 8 रचनासंवत् 1078 विक्रम? X 2,252 अपरनाम अंतकाल प्रत्याख्यान 28, 262 धवला में अनुल्लेख " पृष्ठ सं. 9 " 28 X X 8,252 20 8,252 X X 28 24 से 28 और 260 " " " " X 20,258 [ 5Page Navigation
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