Book Title: Anusandhan 2011 06 SrNo 55
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 6
________________ अनुक्रमणिका अज्ञातकर्तृकं श्रीनन्दीश्वरस्तोत्रम् ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः १ श्री लावण्यविजयकृत श्रीअजितशान्ति स्तोत्रम् ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः ४ वाचक सकलचन्द्रगणिनिर्मितं श्रीपार्श्वनाथ-स्तवनम् ॥ ___ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः १० साधुश्रीपृथ्वीधरकारितजिनभुवनस्तवनम् ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः १५ श्रीकल्याणसागरसूरिविरचितं श्रीपार्श्वनाथसहस्रनामस्तोत्रम् ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः २३ उपाध्याय संवेगसुन्दरगणि-विरचिता शीलोदाहृतिकल्पवल्ली ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः ३६ कल्पसूत्र-टबार्थ-गत भोजनविच्छित्ति सं. मुनिपुण्यश्रमणविजय ५३ सिद्धार्थकृत भोजनविधि सं.साध्वी समयप्रज्ञाश्री सुखडी (वर्द्धमान रसोई) सं. साध्वी समयप्रज्ञाश्री ६८ केटलीक लघुरचनाओ सं. विजयशीलचन्द्रसूरिः ७१ ट्रॅक नोंध : (१) उपाध्याय श्रीयशोविजयजीनी गुरु-शिष्यपरम्परा मुनि धुरन्धरविजय ७६ (२) काव्यानुशासननो स्वाध्याय करतां... मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय । सन्मतितर्क : गाथा १.४१ना तात्पर्य विशे विचारणा मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय ८३ भारतीय हस्तप्रतोनां सूचिपत्रो : तिहासिक परिप्रेक्ष्यमां विवेचनात्मक अभ्यास मणिभाई प्रजापति ११७ नवां प्रकाशनो १४४ विहंगावलोकन उपा. भुवनचन्द्र १४५

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