Book Title: Anusandhan 2006 02 SrNo 35
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 75
________________ अनुसन्धान ३५ ॐm भेरी 4. 2 . . . . . . . ... ا م ه प्रम م अरिंत अरिहंत नहचै निश्चे सयंभूरमण स्वयम्भूरमण नामे महासमुद्र भेरन करपूर कपूर : सुमतनाथ गीत : तुरीयां तुरीया दशा हींदरेथारे आम केरी : जिनप्रतिमापूजा स्वाध्याय : जीवाभगवी जीवाभिगम (ग्रन्थनाम) प्रेम श्रुगडांग सूत्रकृताङ्ग (ग्रन्थनाम) प्रतिबूझिया प्रतिबोध पाम्या अधेनना अध्ययनना ओंड ऊंडा .: चिन्तामणि पार्श्वगीत : वुजवालु अजवाळु त्यारे तार्या श्रुतनोका ज्ञाननी नावडी बसाणा बेठो छु; बेसीने अपडावे पहोंचाडे (?) सिवपाज मोक्षरूपी घाट चेरा चेला : स्तवन : झाज जहाज ऊवार ऊगारी سه مر » م - مر ل - س - - ه - ه س ل - » - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98