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वीर सेवा मंदिर का त्रैमासिक
अनेकान्त
प्रवर्त्तक : आ. जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर'
इस अंक में
कहाँ / क्या ?
1 अध्यात्म पद
2 सम्पादकीय
3 प प्रवर सुमेरुचन्द दिवाकर की
दृष्टि में भगवान् महावीर की
जन्मभूमि
-
- डॉ राजेन्द्र कुमार बसल 12
4 दूध शाकाहार है वैज्ञानिक तथ्य - ऐलक निर्भयसागर महाराज
20
5 श्रावकाचार संग्रह में आवश्यकों
का स्वरूप
6 श्री सोमदेवसूरि द्वारा प्रतिपादित अहिसा
7. 'केवलज्ञान' एक विश्लेषण 8 पचास वर्ष पूर्व
- कविवर भूधरदास
10 आयुर्वेद के ग्रंथों की रचना प्रक्रिया में जैन मनीषियों का योगदान
1
2
- डॉ अनेकान्त कुमार जैन 30
-
-डॉ जय कुमार जैन 62
- पकज जैन 'ललित' 72
जैन धर्म और बौद्ध धर्म एक नहीं
- जगदीशचन्द्र जैन 84 9 सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण – प सनत कुमार, विनोद कुमार जैन
94
• आयुर्वेदाचार्य राजकुमार 104
वर्ष - 59, किरण - 1-2
जनवरी-जून 2006
सम्पादक
डॉ. जयकुमार जैन
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सह सम्पादक संजीव जैन परामर्शदाता : पं. पद्मचन्द्र शास्त्री
संस्था की आजीवन सदस्यता
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अनेकान्त वार्षिक शुल्क
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इस अंक का मूल्य
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सदस्यों व मंदिरो के लिए निःशुल्क
प्रकाशक :
भारतभूषण जैन, एडवाकट
मुद्रक
मास्टर प्रिन्टर्स, दिल्ली-32
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विशेष सूचना : विद्वान् लेखक अपने विचारों के लिए स्वतन्त्र हैं। यह आवश्यक नहीं कि सम्पादक उनके विचारों से सहमत हो ।
वीर सेवा मंदिर
( जैन दर्शन शोध संस्थान )
21 दरियागंज, नई दिल्ली- 110002, दूरभाष : 23250522
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(रजि. आर 10591 /62)