Book Title: Anekant 1939 12
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 2
________________ * विषय सूची के १४६ १. अकलंक-स्मरण २. बौद्ध तथा जैन ग्रन्थोंमें दीक्षा [प्रो. जगदीशचन्द्र एम. ए. ... ३. राग [श्रीमद् राजचन्द्र , ४. विधवा सम्बोधन (कविता)-[श्री० 'युगवीर' ५. बंगीय विद्वानोंकी जैन साहित्यमें प्रगति [श्री० अगरचन्द नाहटा ६. अहिंसाकी कुछ पहेलियाँ [श्री० किशोरलाल मशरूवाला ७. ऊँच-नीच-गोत्र विषयक चर्चा [श्री० बालमुकन्द पाटोदी ८. अनुपम क्षमा [श्रीमद् राजचन्द्र ६. श्वेताम्बर न्याय साहित्य पर एक दृष्टि [पं० रत्नलाल संघवी १०. गोत्रविचार [ सम्पादकीय ११. बुद्धि हत्याका कारखाना [ग्रहस्थसे उद्धृत १२. साहित्य परिचय और समालोचन [सम्पादक १६२ १६५ १७६ १७७ १८६ 5. १. ४ २०० अनेकान्तकी फाइल अनेकान्तके द्वितीय वर्षकी किरणोंकी कुछ फाइलोंकी साधारण जिल्द बंधवाली गई हैं। १२वी किरण कम हो जानेके कारण फाइलें थोड़ी ही बन्ध सकी हैं । अतः जो बन्धु पुस्तकालय या मन्दिरोंमें भेंट करना चाहें या अपने पास रखना चाहें वे २॥) रु० मनिबार्डरसे भिजवा देंगे तो उन्हें सजिल्द अनेकान्तकी फाइल भिजवाई जा सकेगी। जो सजन अनेकान्तके ग्राहक हैं और कोई किरण गुम हो जानेके कारण जिल्द बन्धवाने में असमर्थ हैं उन्हें १२वीं किरण छोड़कर प्रत्येक किरणके लिये चार आना और विशेषांक के लिए आठ आना भिजवाना चाहिए तभी आदेशका पालन हो सकेगा। -व्यवस्थापक क्षमा-याचना सम्पादकजीके अस्वस्थ रहनेके कारण 'धवलादि श्रुत परिचय' और 'ऐतिहासिक जैन व्यक्ति कोष' लेख समय पर न मिलनेके कारण इस किरणमें नहीं दिये जा सकते है । आशा है इस विवशताके लिये क्षमा दी जायगी। -व्यवस्थापक

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