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NEERINEERINTER E SEREEEEEEEEEEEEP 11. प्रश्रव्याकरण सूत्र, अनुवादक: मुनिश्री प्रवीण ऋषि जी महा., सम्पा. पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल, . प्रका. श्री आगम प्रकाशन समिति, व्यावर- 305901 (राज.) 1983 ई. 12. योगशास्त्र (आ. हेमचन्द्र-रचित), हिन्दी अनु. मुनिश्री पद्मविजय, संपा. मुनिश्री नेमिचन्द्र जी, प्रका. श्री निर्ग्रन्थ साहित्य प्रकाशन संघ, दिल्ली-110006, 1975 ई. 13. (तत्त्वार्थ) राजवार्तिक (आ. अकलंक कृत), भाग I व II, प्रका. भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली- वाराणसी, 1957 ई. 14. श्रावक प्रज्ञप्ति (आ. हरिभद्र), हिन्दी अनु. व संपा. पं. बालचन्द्र शास्त्री, प्रका. भारतीय
ज्ञानपीठ, दिल्ली, 1981 ई. 卐 15. श्रावकाचार संग्रह (भाग I व IV), संपा. अनुवादकः पं. हीरालाल शास्त्री, न्यायतीर्थ, प्रका. आ. शान्तिसागर दि. जैन जिनवाणी जीर्णोद्धारक संस्था, श्रुतभंडार और ग्रन्थप्रकाशन समिति, फलटण-415523 (महा.)1976-1979 ई. 16. सूत्रकृतांग सूत्र (सूयगडो)- प्रथम भाग (प्रथमश्रुतस्कन्ध) संपा. विवेचकः युवाचार्य । महाप्रज्ञ, अनु. मुनि दुलहराज, प्रका. जैन विश्व भारती, लाडनूं- 341306 (राज.) 1984 ई.
17. सूत्रकृतांग सूत्र (भाग I व II, प्रथम व द्वितीय श्रुतस्कन्ध), अनु. संपा. विवेचकः श्रीचन्द ॐ सुराणा सरस, प्रका. श्री आगम प्रकाशन समिति, व्यावर-305901 (राज.) 1982 ई.
18. स्थानांग सूत्र (ठाणांग सूत्र-) हिन्दी अनु. पं. हीरालाल शास्त्री, प्रका. श्री आगम प्रकाशन समिति, व्यावर- 305901 (राज.) ई 1981 19. स्याद्वादमंजरी तथा अयोगव्यवच्छेदिका, हिन्दी अनु. डा. जगदीशचन्द्र जैन, प्रका. परमश्रुत
प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रय, अगास (वाया-आणंद, पो. बोरिया-388130), ॐ गुजरात, 1992 ई.
20. स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्षा (स्वामिकुमार-रचित), संपा. डा. ए. एन. उपाध्ये, हिन्दी अनु. पं. 卐 कैलाशचन्द्र शास्त्री, प्रका. श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल- श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, अगास ॥ ॐ (वाया-आणंद), पो. बोरिया-388130, (गुजरात) 1960 ई. 卐 21. हरिवंश पुराण (आ. जिनसेन रचित),अनुवादक व सम्पादकः डा. पन्नालाल जैन साहित्याचार्य,卐 प्रका. भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली-वाराणसी, 1978 ई. (द्वि. संस्करण). SEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEENA
अहिंसा-विश्वकोश।5171