Book Title: Ahimsa Vishvakosh Part 02
Author(s): Subhadramuni
Publisher: University Publication

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Page 600
________________ CHEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEDS ~ ~~ उद्धरण का प्रारम्भिक अश उद्धरण पृष्ठ संख्या संख्या उद्धरण का प्रारसिभक अंश उद्धरण पृष्ठ संख्या संख्या ~~ 178 159 ~~ 267 314 259 873 ~ ~~ 1110 450 -1113451 913 751 220 100 872 912 197 1002 ____403 325 151 1114 662 354 ___366 92 ~~ 776 465 148 732 ~ ~$ 451 हिंसाकर्मणि कौशलं... हिंसाणंदेण जुदो... हिंसादयो दुःखमेवेति... हिंसादानं विषास्त्रादि... हिंसादिएहिं पंचहि... हिंसादिदुवाराणि वि... हिंसादिष्विह चामुष्मिन्... हिंसादिदोरामगरादि... हिंसादिनिवृत्तिर्वा शरीर... हिंसादिभ्यो यथाशक्ति... हिंसादीन्युक्तलक्षणानि... हिंसादेर्देशतो मुक्ति... हिंसादो अविरमणं... हिंसानन्दं समाधाय... हिंसानन्दमृषानन्द... हिंसानन्दान्मृषानन्दात्.... हिंसानृतचौर्येभ्यो... हिंसानृतपरादत्त... हिंसानृतवचश्चौर्या... हिंसापर्यायत्वात् सिद्धा... हिंसा पावं ति मदो... हिंसाप्रधानशास्त्राद् वा... हिंसा प्राणिषु कल्मषं... 685 276 हिंसाफलमपरस्य तु... हिंसा विघ्नाय जायेत... हिंसायां निरता ये... हिंसायामनृते चौर्याम्... हिंसायामनृते स्तेये... हिंसाया अविरमणं... हिंसायाः पर्यायो लोभो... हिंसायाः रतेयस्य च... हिंसारम्भो ण सुहो... हिंसारागादिसंवर्धि... हिंसावयणं ण वयदि... हिंसाविरइ अहिंसा... हिंसाविरदी सच्चं... हिंसास्तेयानृताब्रह्म... हिंसे बाले मुसावाई... हिंसैव दुर्गतेार... हिंसैव नरकं घोरं... हिंसैव नरकागार... हिंसोपकरणादानं.. हिंस्रः स्वयं मृतस्यापि... हेतौ प्रमत्तयोगे... होलावायं सहीवायं... हृन्नाभिपद्मसंकोचः... $ 33 882 880 280 $ 1112 451 $$ 1102 447 261 1105 448 $$ 265. 264 667 278 322 263 $ 1121 ~ 876 435 149 640 ~~ 66 259 430 973 604 ~ 242 798 ~~ ~ ~羽 ~ ~~ ~ ~ EE जैन संस्कृति खण्ड/570 E EEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE

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