Book Title: Ahimsa Vishvakosh Part 02
Author(s): Subhadramuni
Publisher: University Publication

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Page 577
________________ SEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE विषय-शीर्षक श्लोक/उद्धरण संख्या | पृष्ठ संख्या 0 हिंसाः यज्ञ आदि में धर्म-सम्मत नहीं 147-149 हिंसा व परिग्रहः सुखासक्ति की उपज 450 195 卐D हिंसावर्धक क्रोध का विजेताः क्षमाशील साधु... 1855-860 345-347 HD हिंसा व हिंसक वृत्तियों का संवर्धकः मद्यपान.... 1619-627 264-266 in हिंसा= समर्थक दूषित शास्त्रों/कथाओं/ दृश्यों के सुनने-देखने का त्याग... |752-755 314-315 $明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明明垢 EO हिंसा-समर्थक शास्त्रों के 卐 उपदेशक निन्दनीय... 弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱弱%%%%%% 190-191 82-83 D हिंसा-समर्थक संसारमोचकों के - कुतर्क का निराकरण |130-135 60-63 ED हिंसाः समाधिस्थ की धर्म-संगत नहीं 109 HD हिंसा-सम्बन्धी दोषः आन्तरिक - दुर्भावों के अनुरूप... 173-182 75-78 HD हिंसाः सुखी जीव की भी अमान्य... |108 卐O हिंसा से असातावेदनीय (दुःखदायी) कर्म का बन्ध... |255-256 116 EFFESSEYERSEYEFFEREFERENEFTHESEFERESEN अहिंसा-विश्वकोश।5471

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