Book Title: Agam Suttani Satikam Part 25 Aavashyaka Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Agam Shrut Prakashan View full book textPage 2
________________ बालब्रह्मचारी श्री नेमिनाथाय नमः नमो नमो निम्मल दंसणस्स श्री आनंद - क्षमा- ललित सुशील सुधर्मसागर गुरूभ्योनमः आगम सुत्ताणि भाग : २५ ४० आवश्यक - मूलसूत्रम् - २ अध्ययनानि - २,३,४,५,६ -: संशोधकः सम्पादकश्च : मुनि दीपरत्नसागर रविवार २०५६ ता. १४/४/२००० Jain Education International (सटीकं) ४५- आगम सुत्ताणि-सटीकं मूल्य रू.११०००/ 5 आगम श्रुत प्रकाशन 5 चैत्र For Private & Personal Use Only - संपर्क स्थल : " आगम आराधना केन्द्र" शीतलनाथ सोसायटी विभाग - 9, फ्लेट नं-१३, ४ थी मंझिल, व्हायसेन्टर, खानपुर, अहमदाबाद (गुजरात) सुद ११ www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 356