Book Title: Agam Sutra Hindi Anuvad Part 04
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Aradhana Kendra

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Page 267
________________ २६६ आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद दशप्रदेशिक स्कन्धों से संख्यातप्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से बहुत हैं । भगवन् ! इन संख्यातप्रदेशी स्कन्धों और असंख्यातप्रदेशी स्कन्धों में द्रव्यार्थ से कौन किससे अल्प हैं ? गौतम ! संख्यातप्रदेशी स्कन्धों से असंख्यातप्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से बहुत हैं । भगवन् ! असंख्यातप्रदेशी स्कन्धों और अनन्तप्रदेशी स्कन्धों में द्रव्यार्थ से कौन किससे अल्प हैं ? गौतम ! अनन्तप्रदेशी स्कन्धों से असंख्यातप्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से बहुत हैं । भगवन् ! परमाणु-पुद्गल और द्विप्रदेशी स्कन्धों में प्रदेशार्थरूप से कौन किससे बहुत हैं ? गौतम ! परमाणु-पुद्गलों से द्विप्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थरूप से बहुत हैं । इस प्रकार इस गमक अनुसार यावत् नवप्रदेशी स्कन्धों से दशप्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थरूप से बहुत हैं । इस प्रकार दशप्रदेशी स्कन्धों से संख्यातप्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थरूप से बहुत हैं । संख्यातप्रदेशी स्कन्धों से असंख्यातप्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थरूप से बहुत हैं । भगवन् ! असंख्यातप्रदेशी स्कन्धों और अनन्तप्रदेशी स्कन्धों में कौन किससे बहुत हैं ? गौतम ! अनन्तप्रदेशी स्कन्धों से असंख्यातप्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थ रूप से बहुत हैं । भगवन् ! एकप्रदेशावगाढ़ और द्विप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों में, द्रव्यार्थ से कौन किससे यावत् विशेषाधिक हैं ? गौतम ! द्विप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से एक प्रदेशावगाढ़ पुद्गल द्रव्यार्थ से विशेषाधिक है । इसी गमक अनुसार यावत् दशप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से नवप्रदेशावगाढ़ पुद्गल द्रव्यार्थ से विशेषाधिक हैं । दशप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से संख्यातप्रदेशावगाढ़ पुद्गल द्रव्यार्थ से बहुत हैं । संख्यातप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से असंख्यातप्रदेशावगाढ़ पुद्गल द्रव्यार्थ से बहुत हैं । भगवन् ! एकप्रदेशावगाढ़ और द्विप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों में ? गौतम ! एकप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से द्विप्रदेशावगाढ़ पुद्गल प्रदेशार्थरूप से विशेषाधिक हैं ? इसी प्रकार यावत् नवप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से दशप्रदेशावगाढ़ । दशप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से संख्यातप्रदेशावगाढ़ पुद्गल और संख्यातप्रदेशावगाढ़ पुद्गलों से असंख्यातप्रदेशावगाढ़ पुद्गल प्रदेशार्थ से बहुत हैं । भगवन् ! एक समय की स्थिति वाले और दो समय की स्थिति वाले पुद्गलों में द्रव्यार्थरूप से कौन किससे यावत् विशेषाधिक हैं ? अवगाहना अनुसार स्थिति की वक्तव्यता जानना । भगवन् ! एकगुण काले और द्विगुण काले पुद्गलों में द्रव्यार्थरूप से कौन किनसे यावत् विशेषाधिक हैं ? गौतम ! परमाणु पुद्गल अनुसार इनकी सम्पूर्ण वक्तव्यता जाननी चाहिए । इसी प्रकार सभी वर्गों, गन्धों और रसों के विषय में वक्तव्यता जाननी चाहिए । भगवन् ! एकगुण कर्कश और द्विगुण कर्कश पुद्गलों में ? गौतम ! एकगुण कर्कश पुद्गलों से द्विगुण कर्कश पुद्गल द्रव्यार्थरूप से विशेषाधिक हैं । इसी प्रकार यावत् नवगुणकर्कश पुद्गलों से दशगुण-कर्कश पुद्गल । दशगुण-कर्कश पुद्गलों से संख्यातगुण-कर्कश पुद्गल । संख्यातगुण-कर्कश पुद्गलों से असंख्यातगुण-कर्कश पुद्गल और असंख्यातगुणकर्कश पुद्गलों से अनन्तगुण-कर्कश पुद्गल द्रव्यार्थरूप से बहुत हैं । प्रदेशार्थरूप से समग्र वक्तव्यता भी इसी प्रकार जानना चाहिए । कर्कश स्पर्श सम्बन्धी वक्तव्यता के अनुसार मृदु, गुरु और लघु स्पर्श के विषय में समझना चाहिए । शीत, उष्ण, स्निग्ध और रूक्ष स्पर्श के विषय में वर्णों की वक्तव्यता के अनुसार जानना चाहिए । [८८८] भगवन् ! परमाणु-पुद्गल, संख्यात-प्रदेशी, असंख्यात-प्रदेशी और अनन्तप्रदेशी स्कन्धों में द्रव्यार्थरूप से, प्रदेशार्थरूप से तथा द्रव्यार्थ-प्रदेशार्थरूप से कौन-से पुद्गल

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