Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 11
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
View full book text
________________ किण्हे, नीले, लोहिए, हालिद्दे, सुकिल्ले / अत्थि पणगसुहुमे तद्दव्व समाण-वण्णे नामं पण्णते, जे छउमत्थेणं निग्गंथेण वा निग्गंथीए / / वा जाव पडिलेहिअव्वे भवइ, से तं पणगसुहुमे 2 // से किं तं / बीअसुहुमे ? बीयसुहुमे पंचविहे पण्णते, तंजहा-किण्हे जाव सुकिल्ले। अत्थि बीअसुहुमे कणिया-समाण-वण्णए नामं पन्नत्ते, जे छउमत्थेणं निग्गंथेण वा निग्गंथीए वा जाव पडिलेहियव्वे भवइ, से तं बीअसुहुमे 3 / से किं तं हरियसुहुमे हरियसुहुमे पंचविहे पण्णत्ते, तंजहा
Page Navigation
1 ... 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276