Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra
Author(s): A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 459
________________ ३४ जंबूदीवपएणती सोलस चेव सहस्सा س م सोलसजोयणऊणा सोलसजोयणतुंगा مه ته مه عم ع १२० | हंसबहुगमणदच्छा ६ हारविराइयवच्छा ४८ हारविराइयवच्छो हिमवदललल्लंकं ५२ | हिमवंतअंतमणिमय हिमवंतमंहतस्स दु ه م SHR १५५ مه س सोलसजोयणदीहा १४६ ه م م س २२६ س س २३० س ه مهمه و १५७ س सोलसदलमिच्छगुणं सोलस दु खरे भागे सोलस देविसहस्सा सोलसयसयसहस्सा सोलमवक्खाराणं सोहम्मसुरवरस्स दु सोहम्मिदो सामी सोहम्मीसाणसुरा सोहम्मीसाणाणं २२८ ہ २६५ . १७१ ه س ہ ہ ہ १०६ ३५१ ३३४ م ہ ه hy ११६ हिमवंतमहाहिमवं ३१४ | हिमवंतसिहरिसेला हिमवंतस्स दु मूले हिययमणोगयभावं हुववहजालापहदा हेछा मज्मे उवरिं | हेट्ठिमगेवजाणं । हेट्ठिमगेवेजाण य हेठिल्लम्हि तिभागे १५६ हेमगिरिस्स य पुव्वा१२२ हेमवदस्स य मन्मे ११८ हेरण्णवदे खेत्ते होइ अरिठ्ठविमाणं २२२ | होऊण भोगभूमी ६२ होदि दिवड्ढा रदणी १८१ | होति महावेदीओ २४५ | होति य मिच्छादिट्ठी ہ ہ س مه به س س س س हम्मंति ओरसंता हरडाफलपरिमाणं हरिरम्मगवरिसेसु य हरिवरिसम्मि य खेत्ते हरिवंसस्स दु मज्मे हरिहरहिरण्णगन्भा हरिहरिकंतातोरण इलमुसलकलसचामर २३५ ه م २१५ २३४ ३३१ २०६ ३५२ س س سه ه م م ८२ गणित-गाथानुक्रमणिका गाथा गाय गायांश अणुगुरुचावविसेसं भारणोएणगुणण तहा अण्णोएणभत्थेण य पू५ edan । गाथांश ३० | इच्छागुण विएणेया इच्छाठाणं विरलिय इसुरहिदं विक्खंभं इसुवगं चउगुणिदं इसुवग्गं छहि गुणिदं २०५ | उग्गाडेहि विहूणं rod ur ar ar अंसो अंसगुणेण य इच्छगुणरासियाणं Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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