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जैनधर्म दिवाकर आगमरहस्यवेत्ता स्व० आचार्य सम्राट श्री आत्मारामजी महाराज की जन्म शताब्दी ( वि० सं० २०३९ ) के उपलक्ष्य में प्रकाशित
श्री सूत्रकृतांग सूत्र (द्वितीय श्रुतस्कंध )
अनुवादक एवं व्याख्याकार
पंडितरत्न श्री हेमचन्द्रजी महाराज
सम्पादक
प्रवचनभूषण श्री अमरमुनिजी महाराज
प्रकाशक आत्म-ज्ञानपीठ
जैन-धर्मशाला
मानस मण्डी ( पंजाब )
वीर नि० संवत् २५०७
वि० सं० २०३८ माघ, वसन्त पंचमी
ई० सन् १९८१, फरवरी
मुद्रक
श्रीचन्द सुराना (आगरा) के निदेशन से प्रिंट सेंटर, आगरा
मूल्य : लागत मात्र ३५) पैंतीस रुपया
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