Book Title: Adi Puran Part 1
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 744
________________ आदिपुराणम् सिद्धार्थक वन - अयोध्याका | सुदर्शन-वि. उ. श्रे. का एक , सौवीर-एक देश निकटवर्ती एक वन जहां नगर १६।१५५ भगवान् आदिनाथने दीक्षा १९५८५ स्वपादगिरि -प्रत्यन्त पर्वत धारण की थी सुप्रतिष्टित-एक नगर १७११८२ (गजदन्त पर्वत ) ८।२३४ सिद्धार्थक-वि. उ. श्रे. का एक सुमुखी-वि. द. श्रे. का एक १३२७६ स्वयंप्रम-सौधर्म स्वर्गका एकनगर नगर सिद्धायतन - विजया पर्वतके -- विमान १९।५२ सुरादि-सुमेरु पर्वत सिद्धकूट सम्बन्धी चैत्यालय ९।१०७ ४।१९८ स्वयम्प्रभ-ऐशान स्वर्गका एक के समीप सुराष्ट्र-सौराष्ट्र देश गिरिनारका विमान १९।१४ सिन्धु-एक देश पार्श्ववर्ती प्रदेश ९।१८६ १६।१५४ स्वयंभूरमण-अन्तिम द्वीप १६।१५५ सुरेन्द्रकान्त-वि. उ. श्रे. का सिंहध्वज-वि. द. श्रे. का एक ७.९९ एक नगर नगर स्वयम्भूरमणोदधि-अन्तिम समुद्र १९८१ १९।३७ ७।९७ सुसीमानगर-जम्बूद्वीप-पूर्वविदेह सिंहपुर-पश्चिम विदेहके गन्धिला क्षेत्र महावत्स देशका एक देशका एक नगर नगर हरिवर्ष-जम्बूद्वीपका दक्षिण दिशा ५।२०३ १०।१२२ सम्बन्धी तीसरा क्षेत्र सीतोदा-विदेह क्षेत्रको एक सुझा-एक देश ३१५० महा नदी १६३१५२ हंसगर्भ-वि. उ. श्रे. की एक ५।१८१ सूर्यपुर-वि. द. श्रे. का एक सुकोसल-एक देश । आधुनिक नगरी नगर नाम मध्यप्रदेश अपर नाम १९७९ १९।५२ महाकोसल सूर्याम-वि. द. श्रे. का एक । हास्तिनाख्यपुर-हस्तिनापुर १६।१५२ नगर ८।२२३ सुगन्धिनी-वि. उ. श्रे.का एक १९।५० हेमकूट-वि. द. श्रे. का एक नगर सौमनस-मेरुका एक वन नगर १९८६ ५।१८३ १९।५१

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