Book Title: Adi Puran Part 1
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 774
________________ विशिष्ट शब्दसूची अतिवर्ती-स्वच्छन्द प्रवर्तनेवाला १५।५२ अकल्य-नपुंसक ११६७ अनृजु-कुटिल १२८९ अकार-धोबी आदिसे भिन्न प्रत्युक्त-छन्दोंकी एक जाति - १६।१८५ १६१११३ अकृत्त-अच्छिन्न २०१५ अदभ्र-विशाल २०१७ प्रकृष्टपच्य-बिना हल जोते बखरे अदेवमातृक-मेघको वर्षापर अपने-आप पैदा होनेवाला निर्भर नहीं रहनेवाले देश । धान्य १६६१३१ १८३१५७ अक्ष-बहेड़ा ३२४९ अधर-शरीरके नीचेका भाग अक्षग्राम-इन्द्रियोंका समूह ८।७३ १५१२०० अक्षणनीय-अछेद्य १३११४७ | अधिश्रित-चूल्हेपर चढ़ाया हुआ अगोष्पद-अत्यन्त निर्जन जहाँ ५७२ गायोंका पहुँचना भी कठिन अधीती-अध्ययन कुशल १।१२९ है ऐसे दुर्गम वन २०१२१३ अध्वयोग-छन्दशास्त्रका एक अग्रमहिषी-प्रधान देवियाँ प्रकरण-प्रत्यय १०.१९४ अनजितासित-बिना काजल अघ्रिप-वृक्ष १११८७ लगाये हो काले १४९ अङ्गभृत्-प्राणी, पक्ष में द्वादशाङ्गके धारी गणधर देव २४।१८६ अनन्तचतुष्टय-१ ज्ञान २ दर्शन अलास-शरीरकी मोड़ ___ ३ सुख ४ वीर्य २५।२२१ १०।२०६. अनर्जुन-काले १०४२ अङ्गहार-अङ्गविक्षेप नृत्यकालमें अनसूया-ईर्ष्याका अभाव १९१ अङ्गोंका विशेष रीतिसे अनाराम-बगीचासे रहित । चलाना १३३१७९ ४।११३ अच्छोद्य-दृढ़तापूर्वक कहकर अनाशितम्भर-अतृप्तिकर ७५० १८०३९ अनाशितम्भव-अस्थिर-विनाशअच्युतेन्द्र-सोलहवें स्वर्गका इन्द्र शील ११११९४ १०।१७३ अनाशितम्भवम्-जिसके सेवनसे अच्युतेन्द्र-अविनाशी श्रेष्ठ · तृप्ति न हो। ऐसा लगता ऐश्वर्यसे युक्त, पक्षमें भग- रहे कि और सेवन करूं, . वान् ऋषभदेवकी सोलहवें और सेवन करूँ २५।२६ स्वर्गके इन्द्रकी एक पर्याय अनाश्वान्-उपवास करनेवाला १४।४९ १२८ प्रतिरुन्द्र-अत्यन्त विस्तृत अनाश्वान्-अनशन करनेवाला १०।१८७ १८०२१ अनीश्वर-असमर्थ २०.२६ अनुक्षपम्-क्षपां क्षपामनु अनुक्ष पम्, प्रत्येक...... रात्रिमें १५१८१ अनुजिघृक्षा-अनुग्रह करनेकी इच्छा ४।२८ अनुध्यान-स्मरण १६३१४८ अनूप-जलकी बहुलतासे युक्त देश १६।१५९ अनेकप-हाथी १८।१७९ भनेनस-निष्पाप १११६६ अनेहस्-काल ९।१८ अन्तर्वस्नी-गभिणी १२।२१२ भन्तवस्नी-गर्भिणी १५।१३१ अन्धस-भोजन ३२४९ अन्वयिनिक-जामाताके लिए देय द्रव्य-दहेज ८।३६ अन्वीपता-अनुकूलता ७।१५२ अपघन-अवयव १५२२३ -- अपविति-पूजा ११९४७ अपवर्ग-अन्त १९।९ । अपवर्तिका-यष्टिहारका भेद जिसके बीच में निश्चित प्रमाणके अनुसार स्वर्ण, मणि, माणिक्य और मोती बीच-बीच में अन्तर देकर - गूथे जाते हैं १६१५१ अपुनर्भवता-मोक्ष ८।२४४ अप्रतिपत्ति-ज्ञान २३१७० भन्द-दर्पण २१४२ अब्द-वर्ष २।१४५ भब्द-मेघ ३।१८० अन्द-मेघ ५।२१८ अभिगम्य-सेवनीय १४।२१० अमिजात-योग्य उचित १७५१७० अमिज्ञान-पहिचान ७।५७

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