Book Title: Adi Puran Part 1
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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आदिपुराणम्
। परिक्रम-नत्यकालमें पादविक्षेप | पुष्करिणी-कमलोंसे युक्त वापिपाजवासिनी-लक्ष्मी १५।१२४ ___अथवा फिरको लगाना
काएं २२।१७५ पकल्याण-१ गर्भ २ जन्म ३ .. १३१७९
पुष्पधन्वा-कामदेव १२१४५ तप ४ ज्ञान ५ निर्वाण परिक्रम-पदविन्यास १८०२०० पुष्पवम्ती-सूर्य-चन्द्रमा ३.५७ ८५१२२२
परिगति-प्रदक्षिणा १३१२१० पूषन्-सूर्य १३।१६५ पसब्रह्मन् - १ अरहन्त २ सिद्ध । परिणत-पके हए १७४२५२ - पृथ्वी-विशाल २३१७
३ आचार्य ४ उपाध्याय परिणेता-विवाह करनेवाले अथवा पोगण-विकलांग १०९५ ५ साधु २५।२२२
परिउपसर्गपूर्वक नौञ् । पौलोमी-इन्द्राणी १४१८ पञ्जयन्ती-विस्तार करती हुई धातुका लुट्लकारका रूप- प्रकाण्डक-यष्टिनामक हारका एक १४।१४४ : विवाह करेंगे १५७१
. भेद १६:४७ पत्राश्रर्य-१ रत्नवृष्टि २ पुरुष- परिष्वक्त-आलिगित १७।२२१ प्रकाण्डकयति-जिसके बोच में क्रम .- वृष्टि ३ गन्धोदकष्टि पवल-छोटा तालाब १८।१३२ क्रमसे बढ़ते हुए पाच मोती
४ मन्दसुगन्धित पवन और पाकसल-कूर पशु ३।१०५ हों ऐसी एक लड़वालो ५ 'अहोदानं अहोदान' को पाणविक-पणववाद्यको बजाने- माला १६०५३ ध्वनि ८.१७४
बाला २३१६३ .
प्रकृति-प्रजा ८०२५३ पटवास-कपड़ोंको सुवासित करने- पादात-पैदल-सनिकोंका समूह
प्रजा-पुत्र १६।१२५ . ८०३६ वाला चूर्ण १४।८८
प्रणाम्या - असंमत-अप्रिय स्त्रो - पटविद्या-विषापहरण विद्या पाप्मा-पापी ११.१९
६।२०० पार्थिव-वृक्ष, पक्षमें, राजा पृथिव्यां - २४१
प्रतायिनी-विस्तारिणी २१६
. भवाः पार्थिवा वृक्षाः पणव-वाद्यविशेष २३१६२
प्रतायिनी-विस्तृत २३११४५
पृथिव्या अधिपाः पार्थिवा पतत्पति-पक्षियोंका स्वामी गरुड़
प्रतिक्रमण-लगे हुए दोषोंका .राजानः २२।२०२ १२.८
प्रायश्चित्त लेना २०११७१ पार्थिवकुंजर-श्रेष्ठ राजा ७१५१ प्रतिबुव-अपनको मूठ ही पति पारपरी-पारको देखनेवाली
प्रतिच्छन्द-प्रतिनिधि १२७१ बतलानेवाले ६।१७२
प्रतिपत्त-शिष्य-श्रोता १११८२
२५६ पत्र-पत्ते,पक्षमें वाहन २२।२०२ पार्वण-पूर्णिमाका ३३१५५
प्रतियातना-प्रतिविम्ब १४१४१ पत्रिन्-पक्षो १९।१४०
प्रतिशिद्धि-प्रतिनिधि-तत्सदृश पाणि-एडी १८३ पदशास्त्र-व्याकरणशास्त्र पिठर-स्थाली-बटलोई ५।७२
११६८ - १६।११२ पिण्डी-शरीर १४।१३४
प्रतीक्ष्य-पूज्य १११८१ पविष्टर-पग्रासन १८।४। पितृकल्प-पिताके तुल्य १६।१३७
प्रतीन्द्र-इन्द्रसे नीचेका पद वारण पमा-लक्ष्मी-शोभा ३२११८
करनेवाला १०९७१ पुजव-बड़ा बैल ८२९६ पना-लक्ष्मो १२।१०७ पुत्री-पुत्रयुक्त ४।१४०
प्रत्यय-ज्ञान ७७४ पद्माकर-कमलोंसे सुशोभित पुरोगम-प्रधानपुरुष २४।१०
प्रमित्सु-नापनेके इच्छुक १५।८८ तालाब-कमलवन ११।१७ पुलिन्द-म्लेच्छोंको एक जाति
प्रवीचार-मैथुन ५।२८. पयस्विनी-दूध देनेवाली गाय
प्रवीचार-मैथुन १०।२०२ १६।२५४ . पुष्कर-वाचविशेष ३.१७४
प्रवज्या-दीक्षा १०११६९ पयोधर-मैघ ३।१७३ पुकर-हाथीकी सूंडका अग्रभाग
प्रसत्ति-प्रसन्नता ५।१३ परचक्र-परराष्ट्र ५।११
२२१७
प्रसेन-गर्भस्थ बालकके ऊपरका पर्जन्य-मेघ ६९०
पुष्कराध - कमलरूप पूजाको आवरण = जेर ३११५०।परासुता-मृत्यु ९।३०
सामग्री २२१७
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