Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 524
________________ आमानादिरायेण्गुथी/०फूलना पूण् वसनीनपरिपरी (ROYER जानेमानकरीका २५ आनदिरावीने नमकीना यासंकुलनीनली पाहिक कल्पयनीवरेअलेकरिजिमकन्यू लनीनजाधानी वृध्यक्षुष्मादिकेकरीगाटोसा याचारां आविवे३२ता गंथिमवेशिमपूरिमाशाश्मे महल्ले कयरकमिवासमा समिछानकारेकर दोश्वलीनी (देवे किय ससदा सफोरवेफोरहाने |९०९ROAD श्रीजगनाथ्सन्नतांकजीवारेशाक स्याकरीनेहिवेस्करी देवेममा सेनाम लंकेश्ता दो यिमर्दयावेचछियपुग्याए समोदणशिता। एगंमईचंद स सिसिवि।सहजारवा वाहमलोकजेहनेदेना | सीविका विमानास पान कापालबी केएदवीवि०दिकुवे विनि गानास पनि मृगनारूनुष्यभारूपORरार पवननारूप मनास्प प्यनसिवियं सहस्सवारिणिविवधतशत तंईदामियमसनबरगारमंगर विषामारुपवा वानरमा हिरएविशेषसम्अष्टापदजी | वनजताअसोकादि । चिअनेक कमानारूपऊण्हस्तीनारपश्यमारिकाईसराईजसाहनी जाती. कचनजतातेोकरीदिक कारमा विश ससहजातिसिसिह विविधतथा धनाजीला चिदंगवाणरक्तस्रुरुसस्नेचमसंसहलसीदावणलयविचितं विसा

Loading...

Page Navigation
1 ... 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594