Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 567
________________ ||स्वीना | पुषवरती० पुरम्पोते अनेक / ससनार सिनहोत्र एजाजाना प्रकारकराने नारी नाजाला यावीपुछरयाज्ञवकीलियासमरिनरसियाितवानाama पक्षवाकरोचमानावना अतिमावापानी नीनी सेन्तनि । अादिवश पूरनेरी | माण्य की थ्वीथीनारनोकि जनगवनदा गंथसा महि विक ६अदावरावयबानावण Manaपएलोयनीसिशिमगथे। राससरसरसनामोनोकेके वजग्यांना समधिकमानापजनी सन्तानपंथ जनवरतानोनोगवणहारो बाल्पा भोजन-जीप-नागवतो जीमहारोनहाइस्पानगी पणियरसंन्नीयानोईकेवलीबूया।अमनपागनोयानोझेसेनिगाथे बीतसरसरसनी मोजमा (संसाक्तिवारीना समाधाताबा (ो अधिकतने नानीगणदारीजीमहारोहोडाहचर्यनोनेफ मजायनातुकेवलीपरमाचा माहारमोगवनोदंडीविकारामतीप्यास्मथकीनृश्थाइतिकारला परिणयरस-नीयानोतिनैसतिनेदाजानंसेकारणातिभितपा साबू library.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594