Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami,
Publisher: ZZZ Unknown
View full book text
________________
स्पी
इन्स टाइपसा | साण्थाल/mगोसीसरातावं अमरीशविलेपनकरेरास्तासमत
मेंपबेवसजगलएहिरावते यातण।
जएहदी लिपामेलाने बदनावदन
केदवावमलयासि जियलीलभित्ता साहाराणा गोसीसरत्तचंदो एफलियज्ञरता।इस सीथए काने निसासे नाश्वा कर पानणे/२०पानी जेवउरमनुष्यकाराजांगणे अजेहवीछोको वाजेएनवीवस्तुतेकेहानगरानीपानीपन्यो। घसंस्पातथापाहातरंक्सलनरपरिजनीलालकमला
। मिथएतलेचरनरेनोपजायंत्यदी रक्जनमहलविते |णिसासीवायवोशावरणगरंयकगाय कसलनरंपससियामसलालये। हथतीप्रतिशेयरम का संपगानितनय हेहंसलक्षणहंसपं । २०५४जगजवसबेका लोकोआवायगए वाम पूच्याजेदना कर्मतिरस्व, घोना विन्दतशहंसस रमाएकसाच्याबाजा हराएकागारमाहीवाय बिदा
सपास्वतधश्लवएविक्शासायलिम्पहारावे लिचेयायरियाक एगवंचियागनियंतकम्मल सखरकरणायज्वयं सावध पहीरवीने दहादारअरसरनोहारनवलंबसकठिस मनुलभीमानात एमानलसरनीहियाविषटकावलीए०९का एलरके तकण्टोराकटयअनेरीमाला पदिराव २त्ताहात्मछदारंचरचएगा बलिपालोबत त्यहमनमारयणमाला।
क्ली

Page Navigation
1 ... 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594