Book Title: Aao Jeena Sikhe
Author(s): Alka Sankhla
Publisher: Dipchand Sankhla

View full book text
Previous | Next

Page 38
________________ आओ जीना सीखें... सफलता 12 बच्चो ! इस विषय को अच्छी तरह से समझो। अपने आपको देखो। अपने जीवन को सार्थक और अर्थपूर्ण बनाने के लिए अपनी रुचि जानना, उसमें अपने आपको झोंक देना अत्याधिक आनंद प्राप्त करता है। मैंने खुद इसका इतना अनुभव किया है, मुझे अनेक विषयों में इन्टरेस्ट है। इसके लिए मैं बहुत कुछ करती हूँ और मज़ा भी आता है। किताबें पढ़ना तो विरासत में मिला संस्कार है और मेरी रूचि भी है। इसके साथ लिखना भी अच्छा लगता है। भारत कलाप्रिय देश है। यहां प्राचीन काल से कलाओं को महत्त्व दिया गया है। कलाकारों का सम्मान होता है। आज भी इसका महत्त्व बढ़ रहा है। 72 कलाएँ हैं, इसका इतिहास भी मनोरंजक है। मुझे फोटोग्राफी और स्पोर्ट्स में ज्यादा इन्टरेस्ट है। स्वीमिंग बहुत ही अच्छा लगता है। फोटोग्राफी की तो मैनें क्लास भी की। डेव्लपींग, प्रिन्टिंग सीखा, इसमें पुरस्कार भी प्राप्त किया। बच्चो ! दिनभर टी.वी. देखना, मस्ती करना और गपशप में समय गुजारने से अच्छा है स्वयं को जानो, हर छुट्टी में कोई न कोई क्लास करो। एक विषय में इन्टरेस्ट लेकर आगे बढ़ो। बचपन में हम ग्रिटींग कार्डस् का कलेक्शन करते थे। अपने कुछ उद्देश्य हो, ध्येय हो उसके प्रति लगन रखो। सुंदर सुविचारों का कलेक्शन करते थे जिसका उपयोग जिंदगी में हर जगह होता है। स्कूल में निबंध लिखने में, वक्ता हो तो बोलने में, नहीं तो गपशप में अपना इम्प्रेशन जमाने में । तो बच्चो ! अपनी रुचि को ध्यान में रखकर कोई ना कोई हॉबी जरूर तय करो। मैं आज भी टेबल टेनिस खेलती हूँ तो सब कुछ भूल जाती हूँ। पत्र-मैत्री की थी। सुख-दुःख बांटते थे। कविता करती हूँ तो आनंद मिलता है। योग ही मेरी रूचि है। इसमें इतना आनंद मिलता है। हर मनपसंद बात हम नहीं कर सकते, शायद मौका नहीं मिलता, मार्गदर्शन की कमी रहती है। इसलिए हम बहुत कुछ मिस करते हैं। अब बनी हूँ योगशिक्षिका, प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षक मेरी विल पावर थी, शिक्षिका बनने की। अब मैं सभी को सिखा सकती हूँ। सबसे अधिक आनंद योग सिखाने में मिलता है। बच्चो! अपनी पसंद को ढूंढो सीखो, संघर्ष करो और आगे बढ़ो। महान बन सकते हो। पर पुरुषार्थ की ज़रूरत है। लगन और मेहनत रंग लाती है। - - आओ जीना सीखें... हॉबी के बदले आजकल सबको फैशन, नये कपड़े लेना और मेक-अप करना इसी में अधिक रस रहता है। परिग्रह भी बढ़ रहा है। रोज़ नई चीज चाहिए और ब्यूटी पार्लर तो युवा क्या बूढ़ों को भी आकर्षित करता है। सब मेक-अप करना पसंद करते हैं। मेक-अप करने से सुंदर दिखते है पर मेक-अप उतरने के बाद? क्या मेक-अप से आँखें, चेहरे के नाक-नक्शे बदलते हैं? रंग बदलेगा? जो शाश्वत है, वही रहता है और जिसे बदलना है वह है आपके अवगुण । चिंतन करो, अध्ययन करो और ज्ञान के द्वारा प्रयोग के द्वारा गुण बढ़ाओ तो सबके प्रिय बनोगे । जीवन आनंदमय होगा। आनंद बढ़ाने के लिए रुचि बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। इसलिए बच्चो, तहेदिल से मैं आपको यह कहना चाहती हूँ कि अभी भी समय है। आप चिंतन करो और स्वयं को पहचानो । मैं अपनी बेटी को जो बात हमेशा बताती हूँ वह तुम्हें भी बताती हूँ। देखो बच्चो, अभी आप कुछ समय के लिए मेहनत करोगे, व्यवस्थित पढ़ाई करोगे और रातदिन परिश्रम करोगे तो आगे जिंदगी भर मस्त रहोगे और सुख-चैन से जीओगे । मगर अभी कुछ साल आलस करोगे, पढ़ाई पर ध्यान नहीं दोगे, मेक-अप और मनोरंजन में टाइमपास करते रहोगे तो फिर जिंदगी भर रोते रहोगे। सारी जिंदगी मेहनत करनी पड़ेगी। जमाना चुनाव का है भाई चुनाव करो। कुछ साल मेहनत, कष्ट और परिश्रम करके ज़िंदगी बिताओ और उसके बाद यश-सुख-चैन और आनंद ही आनंद। जबकि कुछ साल आलस, मनोरंजन और टाइमपास करोगे तो जिंदगी भर महेनत और कष्ट करने पड़ेंगे। राष्ट्रीय चिह्न राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्रीय मुद्रा. राष्ट्रीय भाषा राष्ट्रीय खेल मेरा भारत राष्ट्रीय फूल. राष्ट्रीय फल अशोक चक्र तिरंगा झंडा सफलता 13 रूपया . हिन्दी हॉकी राष्ट्रीय पशु ·· राष्ट्रीय पक्षी. कमल आम . वाघ . मोर

Loading...

Page Navigation
1 ... 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53